बुधवार, 31 जुलाई 2019

अब अपनी पत्नी को तलाक-तलाक-तलाक कहना होगा अपराध !! आरोपी को 3⃣ साल तक कैद और भुगतना पड़ सकता है जुर्माना !

अब अपनी पत्नी को तलाक-तलाक-तलाक कहना होगा अपराध  !!
आरोपी को 3⃣ साल तक कैद और भुगतना पड़ सकता है जुर्माना !!








तीन तलाक से अब मुस्लिम महिलाओं को मिली निजात !!!



मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक से निजात दिलाने के वादे को मोदी सरकार ने पूरा कर दिया है । तीन तलाक बिल 2019 (महिला अधिकार संरक्षण कानून) पर संसद के दोनों सदनों की मुहर लग चुकी है ।
अब राष्ट्रपति की मुहर लगते ही यह कानून प्रभावी हो जाएगा । इसके बाद एक समय में अपनी पत्नी को तलाक-तलाक-तलाक कहना अपराध होगा और आरोपी को तीन साल तक कैद और जुर्माना भुगतना पड़ सकता है ।
तीन तलाक देने पर क्या हैं प्रावधान ?? जानिए !!
1. मौखिक, लिखित या किसी अन्य माध्यम से कोई पति अगर एक बार में अपनी पत्नी को तीन तलाक देता है तो वह अपराध की श्रेणी में आएगा ।
2. तीन तलाक देने पर पत्नी स्वयं या उसके करीबी रिश्तेदार ही इस बारे में केस दर्ज करा सकेंगे ।
3. महिला अधिकार संरक्षण कानून 2019 बिल के मुताबिक एक समय में तीन तलाक देना अपराध है । इसीलिए पुलिस बिना वारंट के तीन तलाक देने वाले आरोपी पति को गिरफ्तार कर सकती है ।
4. एक समय में तीन तलाक देने पर पति को तीन साल तक कैद और जुर्माना दोनों हो सकता है ।
मजिस्ट्रेट कोर्ट से ही उसे जमानत मिलेगी ।
5. मजिस्ट्रेट बिना पीड़ित महिला का पक्ष सुने बगैर तीन तलाक देने वाले पति को जमानत नहीं दे पाएंगे ।
6. तीन तलाक देने पर पत्नी और बच्चे के भरण पोषण का खर्च मजिस्ट्रेट तय करेंगे, जो पति को देना होगा ।
7. तीन तलाक पर बने कानून में छोटे बच्चों की निगरानी व रखावाली मां के पास रहेगी ।
8. नए कानून में समझौते के विकल्प को भी रखा गया है. हालांकि पत्नी के पहल पर ही समझौता हो सकता है, लेकिन मजिस्ट्रेट के द्वारा उचित शर्तों के साथ ।
तत्काल तीन तलाक कानूनी अपराध : संसद ने दी मंजूरी
📝  मुस्लिम महिलाओं के लिए अभिशाप बने तत्काल तीन तलाक पर प्रतिबंध संबंधी विधेयक को राज्यसभा ने मंगलवार को पारित कर सामाजिक बदलाव की दिशा में इतिहास रच दिया। विपक्षी दलों के विरोध के बावजूद राज्यसभा में विधेयक 84 के मुकाबले 99 वोटों से पारित हो गया।
📝 लोकसभा के बाद राज्यसभा से बिल को मिली मंजूरी ने तत्काल तीन तलाक के खिलाफ नए सख्त कानून का रास्ता साफ कर दिया है। मोदी सरकार ने इस विधेयक को राज्यसभा से पारित कराकर इस सदन में हफ्तेभर में दूसरी बार विपक्ष को बड़ी सियासी मात दे दी।
📝 राजग सहयोगी जदयू ने वोटिंग का बहिष्कार किया तो बीजद ने समर्थन। टीआरएस, टीडीपी, बसपा से लेकर वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने वोटिंग से अनुपस्थित रहकर बिल पारित कराने की राह आसान कर दी। गैरहाजिर रहे करीब 20 विपक्षी सदस्यों में से पांच कांग्रेस के थे।
📝  राज्यसभा में ‘मुस्लिम महिला विवाह अधिकार संरक्षण विधेयक 2019’ पर करीब छह घंटे हुई चर्चा का जवाब देते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, यह आश्चर्य की बात है कि 55 साल पहले सती प्रथा के खिलाफ कानून, हिन्दू  विवाह कानून में संशोधन के साथ 1961 में दहेज प्रथा के खिलाफ प्रगतिशील कानून बनाने वाली कांग्रेस तत्काल तीन तलाक विधेयक का विरोध कर रही है।
📝 1983 में दहेज विरोधी कानून में संशोधन कर इसे भी गैरजमानती बनाया गया। हिन्दू महिलाओं से जुड़े कानूनों में भी दो से सात साल की सजा का प्रावधान किया गया मगर तब तो इसका विरोध नहीं किया गया बल्कि कांग्रेस सरकार के तब के इन अच्छे कामों के लिए हम अभिनंदन करते हैं। लेकिन मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के इस विधेयक पर कांग्रेस का रवैया पीड़ादायक है।
📝 रविशंकर ने कहा, कांग्रेस ने 1986 में शाहबानो के लिए न्याय का दरवाजा बंद कर दिया और आज 2019 में भी शायराबानो के मामले तक उसने रास्ता खोला नहीं है। तत्काल तीन तलाक की शिकार होने वाली 75 फीसद मुस्लिम महिलाएं गरीब परिवारों से आती हैं।
📝 स्वतंत्रता के आंदोलन में सांप्रदायिकता का मुखर विरोध करने वाली कांग्रेस का तत्काल तीन तलाक पर ऐसा रवैया आश्चर्यजनक है। 1985 में 400 से अधिक सीटें जीतने वाली कांग्रेस को शाहबानो के बाद कभी पूर्ण बहुमत नहीं मिला और आज वह 44 और 52 के बीच सिमट गई है।
📝  कांग्रेस को अपने रवैये पर चिंतन की नसीहत देते हुए कहा कि समाज बदलता है तो बदलाव करना पड़ता है और जब नीयत साफ हो तो लोग बदलाव को स्वीकार करते हैं।।
📝 तत्काल तीन तलाक देने वाले पति को अधिकतम तीन साल तक की सजा और जुर्माना भी।
📝पीड़िता या परिवार के अन्य सदस्य भी थाने में जाकर एफआइआर दर्ज करा सकते हैं।
एफआइआर दर्ज होने के बाद बिना वारंट के हो सकेगी गिरफ्तारी। पुलिस नहीं दे सकेगी जमानत।

📝 मजिस्ट्रेट पत्नी का पक्ष जानने के बाद जमानत दे सकते हैं।
📝 मजिस्ट्रेट को पति और पत्नी के बीच सुलह कराकर शादी बरकरार रखने का अधिकार।
📝 अदालत का फैसला होने तक बच्चा मां के संरक्षण में रहेगा। इस दौरान पति को देना होगा पत्नी को गुजारा भत्ता।
📝 जानिए क्या हैं बिल के प्रावधान, विपक्ष और सरकार के तर्क
👉 राज्यसभा से पारित हुए तत्काल तीन तलाक विधेयक को लेकर केंद्र सरकार और विपक्ष की अपनी-अपनी दलीलें हैं। आइए जानते हैं तत्काल तीन तलाक विधेयक के प्रावधान क्या हैं। इस विधेयक के संदर्भ में विपक्ष का विरोध किस बात को लेकर है और विधेयक के पक्ष में केंद्र सरकार का क्या कह रही है।
सरकार की दलील
🔴⏩’इस बिल को लेकर कानून सियासत, धर्म, संप्रदाय का प्रश्न नहीं है बल्कि नारी के सम्मान और नारी-न्याय का सवाल।
🔴⏩ ’यह हिंदुस्तान की बेटियों के अधिकारों की सुरक्षा संबंधी मामला।

🔴⏩’तीन तलाक विधेयक मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के मकसद से लाया गया है। इसके पीछे सरकार की और कोई मंशा नहीं है।
’किसी राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।
🔴⏩’सुप्रीम कोर्ट द्वारा एक फैसले में इस प्रथा पर रोक लगाने के बावजूद तीन तलाक की प्रथा जारी।
🔴⏩’बिल के प्रावधान तत्काल तीन तलाक के मामले को सिविल मामलों की श्रेणी से निकाल कर आपराधिक क्षेणी में डालते है।
🔴⏩ ’तत्काल तीन तलाक यानी तलाक-ए-बिद्दत को रद करना और गैर कानूनी बनाना।
🔴⏩ ’यह कानून सिर्फ तलाक ए बिद्दत यानी एक साथ तीन बार तलाक बोलने पर लागू होगा।
🔴⏩ ’तत्काल तीन तलाक संज्ञेय अपराध बना। यानी पुलिस बिना वारंट गिरफ्तार कर सकती है।
🔴⏩ ’बिल में तीन साल तक की सजा का प्रावधान रखा गया है।
🔴⏩ ’यह संज्ञेय तभी होगा जब या तो खुद महिला शिकायत करे या फिर उसका कोई सगा-संबंधी।
🔴⏩ ’मजिस्ट्रेट आरोपित को जमानत दे सकता है। जमानत तभी मिलेगी, जब पीड़ित महिला का पक्ष सुना जाएगा।
🔴⏩’पीड़ित महिला के अनुरोध पर मजिस्ट्रेट समझौते की अनुमति दे सकता है।
🔴⏩ ’मजिस्ट्रेट को सुलह कराकर शादी बरकरार रखने का अधिकार।
🔴⏩’पीड़ित महिला नाबालिग बच्चों को अपने पास रख सकती है। इसके बारे में मजिस्ट्रेट ही तय करेगा।
🔴⏩’यदि कोई मुस्लिम पति अपनी पत्नी को मौखिक, लिखित या इलेक्ट्रानिक रूप से या किसी अन्य विधि से तीन तलाक देता है तो उसकी ऐसी कोई भी उद्घोषणा शून्य और अवैध होगी।
🔴⏩ ’तीन तलाक से पीड़ित महिला अपने पति से स्वयं और अपनी आश्रित संतान के लिए गुजारा भत्ता प्राप्त पाने की हकदार होगी। इस रकम को मजिस्ट्रेट निर्धारित करेगा।
🔴⏩’पड़ोसी या कोई अनजान शख्स केस दर्ज नहीं करा सकता है।
🔴⏩’यह कानून जम्मू-कश्मीर को छोड़कर पूरे देश में लागू होगा।
क्यों है विपक्ष का विरोध ???
👉 ’तलाक देने पर पति को जेल भेज दिया जाएगा तो वह पत्नी एवं बच्चे का गुजारा भत्ता कैसे देगा?
👉’इस्लाम में शादी को दीवानी समझौता बताया गया है। तलाक का मतलब इस करार को समाप्त करना है। नये कानून के तहत तलाक को अपराध बनाया जा रहा है।
👉 ’तीन तलाक को अपराध बनाने के प्रावधान हटाने की मांग रखी गई।
👉 ’विधेयक को सेलेक्ट कमेटी में भेजा जाए और इसकी जगह कोई वैकल्पिक विधेयक लाया जाए।
👉 ’जब उच्चतम न्यायालय ने इस बारे में निर्णय दे दिया है तो अलग कानून लाने का क्या औचित्य है?
👉 ’जब तीन तलाक को निरस्त मान लिया गया है तो फिर तीन साल की जेल की सजा का प्रावधान कैसे कर सकते हैं?
👉 ’इस्लाम में शादी एक करार है और सरकार इसे सात जन्म का बंधन बनाना चाह रही है। विधेयक का मकसद मुस्लिम परिवारों को तोड़ना।
👉 ’कानून संविधान से मिले मूल अधिकारों का हनन है। इसमें कई ऐसे प्रावधान हैं, जो कानून संगत नहीं हैं।
👉 ’मुस्लिम महिला को गुजारा भत्ता देने की बात कही गई है, लेकिन उसके निर्धारण का तौर तरीका नहीं बताया गया।
👉 ’1986 के मुस्लिम महिला संबंधी एक कानून के तहत तलाक पाने वाली महिलाओं को गुजारा भत्ता मिल रहा है। इस कानून से पुराने कानून के जरिये मिलने वाला भत्ता बंद हो सकता है।
👉 ’इस कानून के लागू होने के बाद इसका दुरुपयोग मुस्लिम पुरुषों के खिलाफ हो सकता है, क्योंकि विधेयक में टिपल तलाक साबित करने की जिम्मेदारी केवल महिला पर है।
👉 महिलाओं के साथ अगर पुरुषों को भी इसको साबित करने की जिम्मेदारी दी जाती है तो कानून ज्यादा सख्त होगा।
SOURCE of the News (With Regards):- compited
By
ABHI D FAITH
Aajtak today
Jagran(Rashtriya Sanskaran),Dainik Bhaskar(Rashtriya Sanskaran), Rashtriya Sahara(Rashtriya Sanskaran) Hindustan

सोमवार, 22 जुलाई 2019

सावधान ! FaceApp समझकर फर्जी ऐप डाउनलोड कर रहे हैं यूज़र्स । फोन में आ रहा है खतरनाक वायरस


सावधान ! FaceApp समझकर फर्जी ऐप डाउनलोड कर रहे हैं यूज़र्स, फोन में आ रहा है खतरनाक वायरस









सावधान ! FaceApp समझकर फर्जी ऐप डाउनलोड कर रहे हैं यूज़र्स, फोन में आ रहा है खतरनाक वायरस
फेस ऐप की तरह हूबहू दिखने वाली कुछ फर्जी ऐप्स मौजूद हैं, जिससे यूज़र्स की प्राइवेसी, डेटा और सिक्योरिटी को बड़ा खतरा है ।




सोशल मीडिया पर तेजी से पॉपुलर हो रहे FaceApp को लेकर प्राइवेसी के सवालों के बाद एक और चौकाने वाला खुलासा हुआ है । फेस ऐप की चर्चा को देखते हुए हैकर्स ने कुछ इसी की तरह ही  'Fake Apps' बनाई हैं । सिक्योरिटी फर्म Kaspersky ने यूज़र्स को चेतावनी दी है कि फेस ऐप की तरह हूबहू दिखने वाली कुछ फर्जी ऐप्स मौजूद हैं, जिससे यूज़र्स की प्राइवेसी, डेटा और सिक्योरिटी को बड़ा खतरा है ।
बताया गया कि इन ऐप्स को ऐसे डिज़ाइन किया गया है कि यूज़र्स इसके बहकावे में आसानी से आ सकते हैं और इसे असली ऐप समझकर डाउनलोड कर सकते हैं । 



जानकारी के मुताबिक, अगर जैसे ही कोई यूज़र इसे किसी अनऑफिशियल सोर्स से इंस्टॉल करके डाउनलोड करता है, तो उसके फोन में MobiDash नाम का ऐडवेयर मॉड्युल आ जाता है, जो कि फोन में विज्ञापन दिखाने लगता है ।
Kaspersky के मुताबिक, सिर्फ दो दिनों में 500 लोगों ने फेक ऐप को डाउनलोड कर लिया था । फेक ऐप से जुड़ा पहला मामला 7 जुलाई को सामने आया था । हम यूज़र्स से आग्रह करते हैं कि किसी भी नुकसान से बचने के लिए अनऑफिशियल सोर्स से एप्लिकेशन डाउनलोड ना करें ।



सिक्योरिटी को लेकर फोर्सपॉइंट के सिक्योरिटी स्ट्रटेजिस्ट Alvin Rodrigues का कहना है कि आपका चेहरा आपका पर्सनल कॉपीराइट है । तो अगर आप फेस ऐप जैसी ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप उसे अपनी डिवाइस, फाइल्स लॉगइन करने की अनुमति दे रहे हैं । जैसे कि बहुत सारी मोबाइल कंपनियां फोन लॉक/अनलॉक करने के लिए फेशियल रिकग्निशन(Facial Recognition) टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती हैं ।


उन्होंने कहा कि फेशियल पासवर्ड, आपका चेहरा ऐसी चीज़ें हैं जो कभी बदल नहीं सकती । ये पर्सनल है और पर्मानेंट भी उनका कहना है कि क्लाउड पर अपलोड की जा रही फोटोज़ का हैक होने का खतरा बहुत ज़्यादा है । सोशल मीडिया पर लोग 'फेस ऐप' का इस्तेमाल करके अपने बुढ़ापे की फोटो पोस्ट कर रहे हैं ।



👉 प्राइवेसी को खतरा है? सर्वर से इस तरह डिलीट करा सकते हैं अपना डेटा



लोग FaceApp की प्राइवेसी पॉलिसी पर सवाल उठा रहे हैं। क्योंकि इस ऐप को इस्तेमाल करने की शर्तें प्राइवेसी के लिए बेहद ही गंभीर खतरा हैं। कारण ये कि इस ऐप को यूज़ करने के लिए जो भी फोटो इस्तेमाल किए जाते हैं वह सीधे फेसऐप के क्लाउड पर स्टोर होते हैं। फेसऐप का कहना है कि वह सिर्फ उन्हीं फोटो को क्लाउड पर स्टोर करता है जो फिल्टर के लिए अपलोड किए जाते हैं। इसके अलावा वह फोन के स्टोरेज में मौजूद दूसरी तस्वीरों को क्लाउड पर प्रोसेस नहीं करता।



👉 क्या है ?? फेसऐप को इस्तेमाल करने की शर्त ???

फेसऐप (FaceApp) को जब आप इस्तेमाल करते हैं तो उसे आपकी तस्वीर किसी भी पर्पस के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति मिल जाती है। इसकी पॉलिसी ये साफ कहती है कि यूजर की फोटोज और डेटा कंपनी के पास रहेगी और इसे विज्ञापन के लिए नहीं बेचा जाएगा। हालांकि यहां ये भी कहा गया है कि अगर इस ग्रुप की कंपनी को इसकी जरूरत पड़े तो वो यूजर का डेटा यूज कर सकती है। यानी फेसऐप (FaceApp) किसी भी तस्वीर या डेटा का इस्तेमाल अपने बिजनेस के लिए कर सकता है। 



👉 क्या है ?? फेसऐप को इस्तेमाल करने की शर्त ???

फेसऐप (FaceApp) को जब आप इस्तेमाल करते हैं तो उसे आपकी तस्वीर किसी भी पर्पज के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति मिल जाती है। इसकी पॉलिसी ये साफ कहती है कि यूजर की फोटोज और डेटा कंपनी के पास रहेगी और इसे विज्ञापन के लिए नहीं बेचा जाएगा। 


हालांकि यहां ये भी कहा गया है कि अगर इस ग्रुप की कंपनी को इसकी जरूरत पड़े तो वो यूजर का डेटा यूज कर सकती है। यानी फेसऐप (FaceApp) किसी भी तस्वीर या डेटा का इस्तेमाल अपने बिजनेस के लिए कर सकता है।


👉 FaceApp के फाउंडर ने क्या कहा?

हालाँकि इस एप की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर उठते सवालों पर इसके फाउंडर ने कहा है कि इससे यूजर्स को प्राइवेसी का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा है कि कंपनी यूजर डेटा किसी थर्ड पार्टी को सेल नहीं करती है। हाँ ,अगर यूजर चाहें तो फेस ऐप से अपना डेटा डिलीट भी करा सकते हैं। कंपनी ने ये साफ कर दिया है कि यूजर का डेटा सेफ है और भले ही ये ऐप रूस का है, लेकिन आपका डेटा रूस नहीं जाता है।


👉 FaceApp से कैसे डिलीट करें अपना डेटा :-

अगर आपने देखादेखी या उत्साह में आकर FaceApp डाउनलोड किया और अब आपको लगता है कि कुछ गड़बड़ झाला है तो FaceApp से अपना डेटा डिलीट भी कर सकते हैं।
इसके लिए आपको इस ऐप की सेटिंग्स में जाना है। यहां सपोर्ट का विकल्प मौजूद है।
इसके बाद Report a bug पर क्लिक करें। यहां आप सबजेक्ट लाइन में Privacy लिख कर अपनी क्वेरी सेंड कर सकते हैं।


👉 दावा है कि Face App से फोटो बदल, 18 साल पहले किडनैप हुआ बच्चा खोजा :-

ऐसी खबर है कि 18 साल  पहले किडनैप हुए एक बच्चे को आखिरकार तलाश लिया गया है । इस बच्चे को ढूंढने में अहम भूमिका निभाई फेस ऐप टेक्नोलॉजी ने ।यहाँ बता दें कि FaceApp इस वक्त दुनिया में काफी चर्चा में है ।

2001 में वीफेंग को किडनैप कर लिया गया था ।तब वह 3 साल का था । metro.co.uk की रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती कुछ सालों के बाद उन्हें ढूंढने की कोशिश बंद कर दी गई ।

लेकिन शेनझेन के जांचकर्ताओं ने दोबारा इस केस को खोला और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सॉफ्टवेयर की मदद ली । इसके बाद 100 लोगों के फेस से बच्चे की एडल्ट वाली तस्वीर को मैच कराया ।
आखिरकार वीफेंग का पता चल गया । मालूम हुआ कि वह गुआंगझोऊ में पढ़ाई कर रहा है।  शुरुआत में उसने ये  मानने से इनकार कर दिया कि उसे किडनैप किया गया था । लेकिन डीएनए रिपोर्ट में उसके बायोलॉजिकल पैरेंट्स की पुष्टि हुई। हालांकि, वह अभी भी गोद लिए गए पैरेंट्स के साथ ही रहेगा ।





By

रविवार, 21 जुलाई 2019

100 IMPORTANT SCIENCE QUESTIONS । 100 महत्वपूर्ण विज्ञान के प्रश्न

  *100 महत्वपूर्ण विज्ञानं के प्रश्न*



1.मधुमक्खियों नन एवं प्रबंधन कहलाता है?
उत्तर : एपीकल्चर
RAKSHA BANDHAN OFFER!!! ,Get up to 80% discount
2. रक्त के थक्का बनने में सहायक विटामिन है ?
उत्तर : K
3. कैल्शियम एल्युमिनेट तथा कैल्सयम सिलिकेट का मिश्रण कहलाता है
RAKSHA BANDHAN OFFER!!! ,Get up to 80% discount उत्तर : सीमेंट
4. खट्टे फलों में होता है
उत्तर : साइट्रिक अम्ल
5. कार्य की इकाई है
उत्तर : जूल
6. क्लोरो-फ्लोरो कार्बन को किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर : फ्रेआॅन
7. एक मात्र अम्ल जो स्वर्ण को घोलता है
उत्तर : एक्वा रेजिया
8. आधुनिक परमाणु सिद्धांत का प्रणेता माना जाता है
उत्तर : जॅान डॅाल्टन को
9. सेब को दाँतों से काटने के लिए किस प्रकार के दाँतों का उपयोग होता है
उत्तर : कृन्तक
10. कौन-से दो रंगों को मिश्रित करने से हरा रंग तैयार होता है
उत्तर : नारंगी और बैंगनी
11. RNA का अभिप्राय है
उत्तर : Ribo Nucleic Acid
12. लोलक का संचलन क्या कहलाता है?
उत्तर : दोलन गति
13. वायुमंडल में उपस्थित कुल गैसों का कितना प्रतिशत नाइट्रोजन होता है ?
उत्तर : 78%
14. किसका प्रयोग चिकित्सक रोगियों की जांच में करते है
उत्तर : स्टेथोस्कोप
15. मलेरिया संबंधित है
उत्तर : ज्वर से
16. रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करने वाला हार्मोन है
उत्तर : इन्सुलिन
17. कैल्शियम हाइड्रॅाक्साइड का प्रयोग करके मोर्टार के प्लास्टर का निर्माण किया जाता इसे किस नाम से जाना जाता है ?
उत्तर : चूना जल
18. प्रकाश संश्लेषण में सहायक, पत्तियों के हरे पदार्थ को क्या कहते है ?
उत्तर : क्लोरोफिल


19. पीतल हवा में किस गैस की उपस्थिति के कारण बदरंग हो जाता है ?
उत्तर : ऑक्सीजन
20. ‘बार’ किसकी इकाई है
उत्तर : वायुमंडलीय दाब
21. ठोस से सीधे वाष्प अवस्था में पदार्थ के रूपांतरण को कहा जाता है
उत्तर : उदात्तीकरण
22. किसकी परत बनने के कारण चाँदी बदरंग हो जाता है
उत्तर : सल्फाइड परत
23. चेचक होने की  वजह है
उत्तर : वायरस
24. प्रतिरोध की SI इकाई है
उत्तर : ओम
25. सबसे व्यस्त  मानव अंग है
उत्तर : दिल
26. बेकरी में साधारण तथा उपयोग किये जाने वाला बेकिंग सोडा वास्तव में है
उत्तर : सोडियम बाइकार्बोनेट
27. आनुवंशिकता की इकाई है
उत्तर : जीन
28. आनुवंशिकता के नियम की खोज की
उत्तर : ग्रेगरी मेंडल
29. कोशिका झिल्ली पाई जाती है
उत्तर : पादप एवं पशु कोशिका दोनों में
30. पानी की स्थायी कठोरता दूर की जा सकती है
उत्तर : पोटैशियम परमैग्नेट को डालकर
31. पानी का अधिकतम घनत्व होता है
उत्तर : 4°C पर
32. निकट दृष्टि दोष दूर करने के लिए किसका उपयोग किया जाता है
उत्तर : अवतल लेंस
33. मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी है
उत्तर : महाधमनी
34. सौर प्रणाली में सबसे बड़ा प्राकृतिक उपग्रह है
उत्तर : गैनीमीड
35. शरीर के किस अंग में आयोडीन संचित रहता है
उत्तर : थायरॅायड ग्रंथि
36. समतल दर्पण की नाभिक कितनी होती है
उत्तर : अनन्त
37. ध्वनि की प्रबलता किस पर निर्भर करती है  ?
उत्तर : आयाम
38. चाय में कौन-सा उत्तेजक विद्यमान रहता है
उत्तर : कैफीन
39. फाइलेरिया रोग किसके कारण होता है
उत्तर : कृमि
40. मानव मूत्र होता है
उत्तर : अम्लीय
41. विटामिन-A का रासायनिक नाम है
उत्तर : रेटिनॅाल
42. क्रायोजेनिक इंजनों का अनुप्रयोग कहाँ किया जाता है ?
उत्तर : रॅाकेट टेक्नोलॉजी
43. पलको के किनारे कौन-सी ग्रंथियाँ पाई जाती है
उत्तर : मीबोमियन
44. मनुष्य की आहार नाल के किस भाग में कोई एंजाइम नहीं पाया जाता है
उत्तर : ग्रसिका
45. आमाशय की दीवार से कौन-सा एंजाइम निकलता है
उत्तर : गैस्ट्रिन
46. रूधिर किस प्रकार का एक उत्तक है
उत्तर : संयोजी उत्तक
47. साइटोकाइनेसिस में किसका विभाजन होता है ?
उत्तर : कोशिका द्रव्य
48. साँप का जहर है
उत्तर : प्रोटीन
49. किस संघ की जातियों की संख्या सबसे अधिक है
उत्तर : आर्थोपोडा
50. मानव शरीर में सबसे अधिक मात्रा में पाया जाने वाला तत्व है
उत्तर : ऑक्सीजन
51. मनुष्य के रक्त चाप को किस धमनी से मापा जाता है
उत्तर : ब्रैंकियल धमनी
52. हास्य गैस का रासायनिक नाम है
उत्तर : नाइट्रस ऑक्साइड
53. कैल्कुलस के आविष्कारक है
उत्तर : आइजेक न्यूटन
53. शकरकंद किसका रूपांतरण है
उत्तर : जड़
54. एड्स के विषाणु किसे नष्ट कर देते है ?
उत्तर : लिम्फोसाइट
55. उंगली के नाखून में विद्यमान प्रोटीन है
उत्तर : ग्लोबिन
56. पक्षियों को उड़ने की प्रक्रिया कहलाती है
उत्तर : ब्रेलिंग
57. एन्जाइम के प्रोटीन भाग को क्या कहते है
उत्तर : एपोएन्जाइम
58. किस हार्मोन को ‘आपातकालिक हार्मोन’ कहते है
उत्तर : ऐड्रिनलीन
59. बुद्धि का केंद्र स्थित है
उत्तर : प्रमस्तिष्क मे
60. कौन-सा एंजाइम एक्त का थक्का बनने में सहायता करता है
उत्तर : रेनिन
61. हमारे शरीर में कार्बोहाइड्रेट के पाचन के लिए कौन-सा एन्जाइम उत्तरदायी है ?
उत्तर : एमाइलेज
62. केन्द्रक का विभाजन क्या कहलाता है
उत्तर : कैरियोकाइनेसिस
63. विज्ञान की वह शाखा जो ‘बुढ़ापे की प्रक्रिया’ का अध्ययन करती है, कहलाती है
उत्तर : जिरोन्टोलॅाजी
64. प्रोटीन की इकाई क्या है
उत्तर : अमीनो अम्ल
65. हमारे शरीर के किस अंग में एण्टीबॅाटी बनते है ?
उत्तर : टॅान्सिल
66. जीवाणुओं की कोशिकाभित्ति बनी होती है
उत्तर : वसा एवं सेल्यूलोज की
67. प्लाज्मा झिल्ली किसकी बनी होती है
उत्तर : लिपिड एवं प्रोटीन
68. कोशिका भित्ति का प्रमुख अवयव है
उत्तर : सेल्यूलोज
69. जीन को वहन करने वाली आनुवंशिक इकाइयाँ क्या कहलाती है
उत्तर : गुणसूत्र
70. नाइट्रोजन किसका अनिवार्य घटक होता है ?
उत्तर : प्रोटीन
71. सिगरेट के धुँए का मुख्य प्रदुषक है
उत्तर : कार्बन मोनोआॅक्साइड और निकोटीन
72. तत्वों का सबसे पहले वर्गीकरण किसने किया था
उत्तर : न्यूलैण्ड ने
74. बेसेमर कन्वर्टर का उपयोग किसको प्राप्त करने में होता है ?
उत्तर : कास्ट आयरन से स्टील
75. सभी तेल किस कार्बनिक यौगिक के नाम से जाने जाते है
उत्तर : हाइड्रोकार्बन
76. शुष्क सेल का एनोड बना होता है
उत्तर : कार्बन
77. लाल चिटियों में कौन-सा अम्ल पाया जाता है  ?
उत्तर : फार्मिक अम्ल
78. सीसे के संचयन वाले सेल में किस अम्ल का प्रयोग होता है
उत्तर : फास्फोरिक अम्ल
79. किसी तत्व के गुणों को प्रदर्शित करता है
उत्तर : परमाणु क्रमांक
80. विद्युत रूप से परमाणु होता है
उत्तर : उदासीन
81. महासागर में डूबी हुई वस्तुओं की स्थिति जानने के लिए प्रयुक्त यंत्र है
उत्तर : सोनार
82. सेकेंड के लोलक की काल अवधि होती है
उत्तर : 2 सेकेण्ड
83. वे पदार्थ जो चुम्बक से कम प्रतिकर्षित होते है, कहलाते है
उत्तर : प्रति चुम्बकीय पदार्थ
84. विद्युत चुम्बक में क्रोड के रूप में इस्तेमाल होता है
उत्तर : मृदु लोहा
85. स्नेल का नियम संबंधित है
उत्तर : प्रकाश के अपवर्तन से
86. काँच में किस रंग का अपवर्तनांक सबसे कम होता है ?
उत्तर : लाल रंग
87. तारों के टिमटिमाने का कारण है
उत्तर : वायुमंडलीय अपवर्तन
88. धूप के चश्मे की पावर होती है
उत्तर : 0 डायोप्टर
89. मायोपिया का दूसरा नाम है।
उत्तर : निकट दृष्टि दोष
90. टूटी हड्डियों को जोड़ने के लिए किसका प्रयोग किया जाता है।
उत्तर : प्लास्टर ऑफ पेरिस
91. उत्तेजना के समय कौन-सा हार्मोन अधिक मात्रा में उत्सर्जित होता है
उत्तर : एड्रिनलीन
92. सामान्य प्रयोग में आने वाला मसाला, लौंग कहाँ से प्राप्त होता है
उत्तर : फूल की कली से
93. सबसे तेजी से बढ़ने वाला पौधा है ?
उत्तर : यूकेलिप्टस
94. शकरकंद किसका रूपांतरण है
उत्तर : जड़
95. ‘हट्र्ज’ किसके मापन की इकाई है ?
उत्तर : आवृत्ति
96. आवर्त सारणी का आविष्कार किया गया
उत्तर : मेंडलीफ द्वारा
97. प्लाज्मोडियम विवाएक्स किस रोग का कारण होता है ?
उत्तर : मलेरिया द्वारा
98. क्लोरोफिल का खनिज घटक है
उत्तर : मैग्नीशियम
99. विद्युत मोटर (AC) के आविष्कारक थे
उत्तर : निकोला टेस्ला
100. जहाज की गति की अभिव्यक्ति होती है
उत्तर : नॅाट मे।

शनिवार, 13 जुलाई 2019

Agent Smith Virus :- भारत के 1.5 करोड़ स्मार्टफोन और विश्व भर में 2.5 करोड़ डिवाइस "Agent Smith" मालवेयर की चपेट में !! चोरी हो सकता है आपका बैंकिंग डेटा । जरूर जानें इससे बचने के तरीके और रहें सतर्क

Agent Smith Virus :- भारत के 1.5 करोड़ स्मार्टफोन और विश्व भर में 2.5 करोड़ डिवाइस "Agent Smith" मालवेयर की चपेट में !! चोरी हो सकता है आपका बैंकिंग डेटा , जरूर जानें इससे बचने के तरीके और रहें सतर्क  :-



विश्व भर में 2.5 करोड़ एंड्रॉयड फोन में घुसा Agent Smith वायरस पहुंचने की रिपोर्ट्स के बाद गूगल भी सतर्क हो गया है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि अकेले भारत में ही 1.5 करोड़ फोन इस वायरस से प्रभावित हुए हैं। वहीं गूगल ने भी प्ले स्टोर से ऐसी संदेहास्पद एप्स को हटा दिया है। अगर आपके फोन में ये एप्स इंस्टॉल हैं, तो समझिये कि आपके फोन में भी Agent Smith वायरस अपनी पैठ बना चुका है।
आइये जानते हैं कौन सी हैं ये एप्स...
सिक्योरिटी फर्म चेकप्वाइंट ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि दुनियाभर के 2.5 करोड़ एंड्रॉयड फोन एजेंट स्मिथ (Agent Smith) मैलवेयर की चपेट में हैं।
Check Point Research ने एक नए किस्म के मोबाइल वायरस की खोज की है जिसकी चपेट में दुनियाभर के 2.5 करोड डिवाइस हैं ।
इस वायरस की खासियत है यह एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स में यूजर्स की जानकारी के बिना पहुंचा है, वहीं फोन में इसकी एंट्री गूगल से संबंधित एप के जरिए हुई है। ऐसे में लोगों को इसकी जरा सी भी भनक नहीं लगी है।




 Check Point Research ने बताया है कि ये वायरस यूजर्स शानदार रिटर्न वाले बैंकिंग विज्ञापन दिखा कर यूजर्स का डेटा चोरी कर रहा है। कंपनी ने स्मार्टफोन यूजर्स को थर्ड पार्टी ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड न करने को कहा है। अपनी रिपोर्ट में कंपनी ने बताया है कि एजेंट स्मिथ वायरस को पहली बार 9 App से डाउनलोड किया गया था। रिपोर्ट सामने आने के बाद 9 App ने बयान जारी कर बताया है कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और कंपनी लगातार Google के संपर्क में है।


गुपचुप रिप्लेस कर देता है एप


सबसे डराने वाली बात ये है कि ये बिना यूजर की परमिशन के ही इंसटाल कर लिया जाता है । Check Point के मोबाइल थ्रेड डिटेक्शन रिसर्च हेड Jonathan Schimonovich ने कहा है, ‘ये मैलवेयर चुपके से यूजर्स द्वारा इंस्टॉल किए गए ऐप्स को अटैक करता है और ये आम एंड्रॉयड यूजर्स के लिए इसे ढूंढ पाना चैलेंजिंग बनाता है’ ।




यह Agent Smith मैलवेयर डिवाइस में ब्रॉड ऐक्सेस लेकर यूजर्स को फ्रॉड वाले विज्ञापन दिखाता है ताकि अटैकर्स को इसका फायदा हो सके । हालांकि यह मैलवयेर इससे बड़े मकसद के लिए यूज किया जा सकता है। 


रिपोर्ट के मुताबिक इस मैलवेयर से बैंकिंग क्रेडेंशियल यानी जानकारियां चोरी हो सकती हैं। आपको  "CopyCat " मैलवेयर के  बारे में याद होगा, ये उसी तरह से काम करता है ।


यदि यह वायरस आपके फोन में पहुंच गया है, तो वह आपकी इजाजत के बिना डिवाइस का पूरा एक्सेस ले चुका होगा। जैसे कि कैमरा, लोकेशन, कॉल, मैसेज आदि के एक्सेस उसके पास होंगे। इसके बाद यह एप आपके फोन में तमाम तरह की वित्तीय धोखाधड़ी वाले विज्ञापन दिखा रहा होगा। इन विज्ञापनों की मदद से यह वायरस आपकी वित्तीय जानकारी भी चोरी कर सकता है। यह एप आपके फोन में मौजूद व्हाट्सएप और गूगल जैसे लोकप्रिय एप को रिप्लेस कर सकता है।

कंपनी का यह भी कहना है कि उनकी संस्था Google के साथ मिलकर काम कर रही है और फिलहाल Google Play Store में कोई हानिकारक ऐप अब मौजूद नहीं है।









1⃣ Ludo Master - New Ludo Game 2019
For Free 

2⃣ Blockman Go: Free Realms & Mini Games

3⃣ Crazy Juicer - Hot Knife Hit Game & Juice Blast

4⃣ Sky Warriors: General Attack

5⃣ Bio Blast - Infinity Battle Shoot virus

6⃣ Shooting Jet

7⃣ Photo Projector

8⃣ Gun Hero — Gunman Game for Free

9⃣ Cooking Witch

🔟 Color Phone Flash - Call Screen Theme

11⃣ Clash of Virus

12⃣ Angry Virus

13⃣ Rabbit Temple

14⃣ Star Range

15⃣ Kiss Game: Touch Her Heart

16⃣ Girl Cloth Xray Scan Simulator





फोन की सेटिंग्स में जाएं
Apps या एप्लिकेशन मैनेजर पर क्लिक करें
अब नीचे की स्क्रॉल करके देखें
अब ऐसे किसी भी एप को अन-इंस्टॉल कर दें जिसे आप नहीं जानते हैं या फिर उसे आपने डाउनलोड नहीं किया है।
यदि कोई संदिग्ध एप नजर नहीं आता है तो हाल ही में इंस्टॉल किए गए सभी एप्स को अन-इंस्टॉल कर दें।
इससे आप एजेंट स्मिथ वायरस से अपने डिवाइस को बचा सकते हैं और अपने डेटा को सुरक्षित रख सकते हैं ।
तो सतर्क रहें और सुरक्षित रहें और अपडेट रहें ।
धन्यवाद ।

सोमवार, 8 जुलाई 2019

आर्टिकल 15 क्या है ??? क्यों है विवाद हिंदी फिल्म "आर्टिकल 15" पर ??

आर्टिकल 15 क्या है ???
🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹
क्यों है विवाद हिंदी फिल्म "आर्टिकल 15" पर ??
🔻⏬🔻⏬🔻⏬🔻⏬🔻⏬🔻⏬🔻⏬🔻


आप जानते हैं कि हमारे देश में हर वर्ष सैकड़ों, हज़ारों फ़िल्में बनती हैं और इनमें से कुछ फिल्में समय-समय पर चर्चा एवं विवाद का विषय भी बन जाती हैं। इसी कड़ी में हाल ही में रिलीज़ हुई अनुभव सिन्हा और गिन्ग्गर शंकर निर्देशित हिंदी फीचर फिल्म "आर्टिकल 15 ( ARTICLE 15 )" लगातार चर्चा का विषय बनी हुई है। 


RAKSHA BANDHAN OFFER!!! ,Get up to 80% discount बताया जा रहा है कि यह फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है, लेकिन इसके कंटेंट को लेकर कई लोगों को आपत्ति भी है। सवर्णों के एक संगठन ने इसे सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी है। फिल्म में उत्तर प्रदेश के एक गाँव की कहानी दर्शाई गई है और इसका टाइटल संविधान   से लिया गया है, जिसका नाम है आर्टिकल 15 ■



आइये जानते हैं , क्या है आर्टिकल 15 ?
🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽
भारतीय संविधान अनुच्छेद 15 (Article 15 in Hindi) -
धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर विभेद का प्रतिषेध
संविधान के आर्टिकल संख्या 14 से लेकर आर्टिकल 18 तक में देश के सभी नागरिकों को  समानता का मौलिक अधिकार देने की बात कही गई है।भारतीय संविधान में सभी नागरिकों को बिना किसी भेदभाव के छः मौलिक अधिकार दिये गए हैं। इन अधिकारों का उद्देश्य है कि हर नागरिक सम्मान के साथ अपना जीवन व्यतीत कर सके और किसी के साथ ,किसी भी आधार पर भेदभाव न हो।
आर्टिकल -15 के मुख्य चार बिंदु हैं , जो नीचे दिए गए हैं :- जानें 👉👉👉


1⃣  राज्य, किसी नागरिक के विरुद्ध के केवल धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग, जन्मस्थान या इनमें से किसी के आधार पर कोई विभेद नहीं करेगा।

2⃣  कोई नागरिक केवल धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग, जन्मस्थान या इनमें से किसी के आधार पर----
(क)   ➡  दुकानों, सार्वजनिक भोजनालयों, होटलों और सार्वजनिक मनोरंजन के स्थानों में प्रवेश, या
(ख)  ➡ पूर्णतः या भागतः राज्य-निधि से पोषित या साधारण जनता के प्रयोग के लिए समर्पित कुओं, तालाबों, स्नानघाटों, सड़कों और सार्वजनिक समागम के स्थानों के उपयोग,
के संबंध में किसी भी निर्योषयता, दायित्व, निर्बन्धन या शर्त के अधीन नहीं होगा।


3⃣   इस अनुच्छेद की कोई बात राज्य को स्त्रियों और बालकों के लिए कोई विशेष उपबंध करने से निवारित नहीं करेगी।


4⃣  इस अनुच्छेद की या अनुच्छेद 29 के खंड (2) की कोई बात राज्य को सामाजिक और शैक्षिक दृष्टि से पिछड़े हुए नागरिकों के किन्हीं वर्गों की उन्नति के लिए या अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के लिए कोई विशेष उपबंध करने से निवारित नहीं करेगी।




मौलिक अधिकारों भी जानें , क्या हैं मौलिक अधिकार ????👉👉


🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽🔽
➡ मौलिक अधिकार उन अधिकारों को कहा जाता है जो व्यक्ति के जीवन के लिये अनिवार्य होने की वज़ह से संविधान द्वारा नागरिकों को प्रदान किये गए हैं और जिनमें राज्य द्वारा कोई  हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता।
➡ये ऐसे अधिकार हैं जो किसी के व्यक्तित्व के पूर्ण विकास के लिये आवश्यक हैं और जिनके बिना मनुष्य अपना पूर्ण विकास नही कर सकता।
➡इन अधिकारों को मौलिक इसलिये कहा जाता है क्योंकि इन्हें देश के संविधान में स्थान दिया गया है तथा संविधान में संशोधन की प्रक्रिया के अतिरिक्त इनमें किसी भी प्रकार से संशोधन नही किया जा सकता।
➡ये अधिकार व्यक्ति के प्रत्येक पक्ष के विकास हेतु मूल रूप में आवश्यक हैं तथा इनके अभाव में व्यक्ति के व्यक्तित्व का विकास अवरुद्ध हो जाएगा।
➡इन अधिकारों का उल्लंघन नही किया जा सकता। मौलिक अधिकार न्याय योग्य हैं तथा समाज के प्रत्येक व्यक्ति को समान रूप से प्राप्त होते हैं।
👉 44वाँ संशोधन होने से पहले संविधान में दिये गए मौलिक अधिकारों की सात श्रेणियाँ थीं, परंतु इस संशोधन के द्वारा संपत्ति के अधिकार को सामान्य कानूनी अधिकार बना दिया गया।


ये हैं मौलिक अधिकार ➡
🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻🔻

1⃣  समानता का अधिकार: इसमें कानून के समक्ष समानता, धर्म, वंश, जाति लिंग या जन्‍म स्‍थान के आधार पर भेदभाव का निषेध तथा रोज़गार के संबंध में समान अवसर शामिल है।
2⃣  स्वतंत्रता का अधिकार: भाषा और विचार प्रकट करने की स्‍वतंत्रता का अधिकार, एकत्र होने संघ या यूनियन बनाने, आने-जाने, निवास करने और कोई भी जीविकोपार्जन एवं व्‍यवसाय करने की स्‍वतंत्रता का अधिकार (इनमें से कुछ अधिकार राज्‍य की सुरक्षा, विदेशों के साथ भिन्‍नतापूर्ण संबंध, सार्वजनिक व्‍यवस्‍था, शालीनता और नैतिकता के तहत दिये जाते हैं)।
3⃣  शोषण के विरुद्ध अधिकार: इसमें बेगार, बाल श्रम और मनुष्‍यों के व्‍यापार का निषेध किया गया है।
4⃣   धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार: आस्‍था एवं अंत:करण की स्‍वतंत्रता, किसी भी धर्म का अनुयायी बनना, उस पर विश्‍वास करना एवं धर्म का प्रचार करना इसमें शामिल हैं।
5⃣  सांस्कृतिक तथा शिक्षा संबंधी अधिकार: किसी भी वर्ग के नागरिकों को अपनी संस्‍कृति सुरक्षित रखने, भाषा या लिपि बचाए रखने और अल्‍पसंख्‍यकों को अपनी पसंद की शैक्षिक संस्थाएँ चलाने का अधिकार।
6⃣   संवैधानिक उपचारों का अधिकार: मौलिक अधिकार के प्रवर्तन के लिये संवैधानिक उपचार का अधिकार।
आशा करते हैं ये जानकारी आपको अच्छी लगी होंगी ।
ऐसे ही अन्य जानकारी के लिये हमें follow करें ।
By
ABHIDFAITH

शनिवार, 6 जुलाई 2019

ओडिशा के जगन्नाथ पुरी में किया गया विश्व प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ यात्रा का आयोजन

ओडिशा के पुरी में किया गया विश्व प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ यात्रा का आयोजन➡➡
🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹
ओडिशा के पूरी में जगन्नाथ यात्रा का आयोजन किया गया , जिसमें भगवान  श्री जगन्नाथ के लाखों  श्रद्धालुओं ने  भाग लिया ।







कहते हैं कि राजा इन्द्रद्युम्न, जो सपरिवार नीलांचल सागर (उड़ीसा) के पास रहते थे, को समुद्र में एक विशालकाय काष्ठ दिखा। राजा के उससे विष्णु मूर्ति का निर्माण कराने का निश्चय करते ही वृद्ध बढ़ई के रूप में विश्वकर्मा जी स्वयं प्रस्तुत हो गए। उन्होंने मूर्ति बनाने के लिए एक शर्त रखी कि मैं जिस घर में मूर्ति बनाऊँगा उसमें मूर्ति के पूर्णरूपेण बन जाने तक कोई न आए। राजा ने इसे मान लिया। आज जिस जगह पर श्रीजगन्नाथ जी का मन्दिर है उसी के पास एक घर के अंदर वे मूर्ति निर्माण में लग गए। राजा के परिवारजनों को यह ज्ञात न था कि वह वृद्ध बढ़ई कौन है। कई दिन तक घर का द्वार बंद रहने पर महारानी ने सोचा कि बिना खाए-पिये वह बढ़ई कैसे काम कर सकेगा। अब तक वह जीवित भी होगा या मर गया होगा। महारानी ने महाराजा को अपनी सहज शंका से अवगत करवाया। महाराजा के द्वार खुलवाने पर वह वृद्ध बढ़ई कहीं नहीं मिला लेकिन उसके द्वारा अर्द्धनिर्मित श्री जगन्नाथ, सुभद्रा तथा बलराम की काष्ठ मूर्तियाँ वहाँ पर मिली।
महाराजा और महारानी दुखी हो उठे। लेकिन उसी क्षण दोनों ने आकाशवाणी सुनी, 'व्यर्थ दु:खी मत हो, हम इसी रूप में रहना चाहते हैं मूर्तियों को द्रव्य आदि से पवित्र कर स्थापित करवा दो।' आज भी वे अपूर्ण और अस्पष्ट मूर्तियाँ पुरुषोत्तम पुरी की रथयात्रा और मन्दिर में सुशोभित व प्रतिष्ठित हैं। रथयात्रा माता सुभद्रा के द्वारिका भ्रमण की इच्छा पूर्ण करने के उद्देश्य से श्रीकृष्ण व बलराम ने अलग रथों में बैठकर करवाई थी। माता सुभद्रा की नगर भ्रमण की स्मृति में यह रथयात्रा पुरी में हर वर्ष होती है।


यह घटना भगवान जगन्नाथ को अपने भाई, भगवान बलराम और बहन सुभद्रा के साथ रथ में यात्रा करते हुए चिह्नित करती है।
यह दुनिया भर से तीर्थयात्रियों और आगंतुकों को आकर्षित करता है। यह त्योहार प्राचीन काल से मनाया जाता रहा है। इसकी उत्पत्ति के बारे में एक किंवदंती के अनुसार, जगन्नाथ ने प्रति वर्ष एक सप्ताह के लिए अपने जन्मस्थान पर जाने की इच्छा व्यक्त की है। इस प्रकार, देवताओं को हर साल गुंडिचा मंदिर, पुरी, ओडिशा ले जाया जाता है। एक अन्य किंवदंती के अनुसार, सुभद्रा, अपने माता-पिता के घर द्वारका जाना चाहती थीं, और उनके भाई इस दिन उन्हें वापस द्वारका ले गए। रथ यात्रा उस यात्रा का एक स्मरणोत्सव है ।

👉 देवर्षि नारद को वरदान

श्री जगन्नाथ जी की रथयात्रा की कथा कुछ इस प्रकार प्रचलित है - द्वारिका में श्री कृष्ण रुक्मिणी आदि राज महिषियों के साथ शयन करते हुए एक रात निद्रा में अचानक राधे-राधे बोल पड़े। महारानियों को आश्चर्य हुआ। जागने पर श्रीकृष्ण ने अपना मनोभाव प्रकट नहीं होने दिया, लेकिन रुक्मिणी ने अन्य रानियों से वार्ता की कि, सुनते हैं वृन्दावन में राधा नाम की गोपकुमारी है जिसको प्रभु ने हम सबकी इतनी सेवा निष्ठा भक्ति के बाद भी नहीं भुलाया है। राधा की श्रीकृष्ण के साथ रहस्यात्मक रास लीलाओं के बारे में माता रोहिणी भली प्रकार जानती थीं। उनसे जानकारी प्राप्त करने के लिए सभी महारानियों ने अनुनय-विनय की। पहले तो माता रोहिणी ने टालना चाहा लेकिन महारानियों के हठ करने पर कहा, ठीक है। सुनो, सुभद्रा को पहले पहरे पर बिठा दो, कोई अंदर न आने पाए, भले ही बलराम या श्रीकृष्ण ही क्यों न हों।
माता रोहिणी के कथा शुरू करते ही श्री कृष्ण और बलरम अचानक अन्त:पुर की ओर आते दिखाई दिए। सुभद्रा ने उचित कारण बता कर द्वार पर ही रोक लिया। अन्त:पुर से श्रीकृष्ण और राधा की रासलीला की वार्ता श्रीकृष्ण और बलराम दोनो को ही सुनाई दी। उसको सुनने से श्रीकृष्ण और बलराम के अंग अंग में अद्भुत प्रेम रस का उद्भव होने लगा। साथ ही सुभद्रा भी भाव विह्वल होने लगीं। तीनों की ही ऐसी अवस्था हो गई कि पूरे ध्यान से देखने पर भी किसी के भी हाथ-पैर आदि स्पष्ट नहीं दिखते थे। सुदर्शन चक्र विगलित हो गया। उसने लंबा-सा आकार ग्रहण कर लिया। यह माता राधिका के महाभाव का गौरवपूर्ण दृश्य था।
अचानक नारद के आगमन से वे तीनों पूर्व वत हो गए। नारद ने ही श्री भगवान से प्रार्थना की कि हे भगवान आप चारों के जिस महाभाव में लीन मूर्तिस्थ रूप के मैंने दर्शन किए हैं, वह सामान्य जनों के दर्शन हेतु पृथ्वी पर सदैव सुशोभित रहे। महाप्रभु ने तुरंत तथास्तु कह दिया।



👉 रथ यात्रा से पहले स्नान यात्रा

जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की मूर्तियों को `जय जगन्नाथ` और` हरिबोल` के अनुष्ठानों और मंत्रोच्चार के बीच जप-तप और स्नान के दौरान स्नान के रूप में जाना जाता है, और जयंती माह की पूर्णिमा के दिन शंखनाद किया जाता है।

👉 रथ यात्रा से पहले अनावर्ष

स्नान समारोह चित्रित लकड़ी के देवताओं को अलग करता है। इसलिए मुख्य पुजारी को छोड़कर किसी को भी 15 दिनों की अवधि के लिए श्रद्धांजलि अर्पित करने और दर्शन करने की अनुमति नहीं है, जिसे अनावर्ष समय के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है कि भगवान जगन्नाथ ने स्वयं राजा इंद्रद्युम्न को इस अनावर्ष काल के बारे में आदेश दिया था।


👉 रथ यात्रा से पहले नेत्रोत्सव

भगवान जगन्नाथ के कट्टर भक्त के लिए, अनावर्ष समय वास्तव में अलगाव का एक कठिन समय है। चित्रों को फिर से चित्रित किया जाता है और श्रद्धालुओं को देखने और श्रद्धांजलि देने के लिए रत्नावेदी या मुख्य मंच पर लाया जाता है। इस समारोह को नेत्रोत्सव नाम दिया गया है। इस दिन लोग सभी नए और युवा रूप में देवताओं को देखने का अवसर लेते हैं। इसे `नव यौवन दर्शन` कहा जाता है।

👉रथ यात्रा से पहले नबाकलेबेरा

नबाकलेबारा पुरी और दुनिया के अधिकांश जगन्नाथ मंदिरों से जुड़ा एक प्राचीन अनुष्ठान है, जब भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा और सुदर्शन की मूर्तियों को मूर्तियों के नए सेट से बदल दिया जाता है।


👉मुख्य रथ यात्रा महोत्सव

“कार फेस्टिवल” की मुख्य यात्रा में भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा की बड़ी प्रतिमाएँ शामिल हैं, जिन्हें प्रत्येक वर्ष, प्रत्येक रथ पर, मंदिर से, जहाँ जगन्नाथ का रथ, नंदीघोष, 35 फीट का चौकोर है, मंदिर से ले जाया जाता है।बलभद्र के रथ को तलध्वज कहा जाता है, जिसका रंग नीला होता है और इसमें 14 पहिए होते हैं। सुभद्रा का रथ सबसे छोटा है, जिसमें 12 पहिए हैं और इसे देवदलन कहा जाता है।

👉भगवान जगन्नाथ की मासिर बारी

फिर मंदिर से चित्रों को दो मील दूर गुंडिचा बारी के जगन्नाथ के घर में ले जाया जाता है। वे एक पखवाड़े के लिए एकांत स्थान पर सीमित रहते हैं जहाँ उनका उपचार किया जाता है, उन्हें विशेष आयुर्वेदिक दवा और कुछ विशेष तरल आहार दिए जाते हैं जिन्हें सरपना कहा जाता है। एक सप्ताह के आराम के बाद, उन्हें पुरी के मंदिर में वापस ले जाया जाता है। यह वापसी कार उत्सव या बाहुडा यात्रा `आषाढ़ शुक्ल दशमी` से शुरू होती है। रथयात्रा के दिन, मंदिर के कर्मचारी और मंडली के सदस्य भारी मात्रा में खाद्य पदार्थों को पकाते हैं, और हर कोई महाप्रसादम का आनंद लेने के लिए उतना ही आनंद लेता है जितना कि वे उपभोग करने के लिए करते हैं। पुरी की रथ यात्रा की निरंतर सफलता ओडिशा के लिए इतनी महत्वपूर्ण है कि राज्य सरकार ने यात्रा को “राज्य उत्सव” घोषित किया है।


👉जनकपुर में है भगवान श्री जगन्नाथ जी की मौसी का घर



जनकपुर में भगवान जगन्नाथ दसों अवतार का रूप धारण करते हैं। विभिन्न धर्मो और मतों के भक्तों को समान रूप से दर्शन देकर तृप्त करते हैं। इस समय उनका व्यवहार सामान्य मनुष्यों जैसा होता है। यह स्थान जगन्नाथ जी की मौसी का है। मौसी के घर अच्छे-अच्छे पकवान खाकर भगवान जगन्नाथ बीमार हो जाते हैं। तब यहाँ पथ्य का भोग लगाया जाता है जिससे भगवान शीघ्र ठीक हो जाते हैं। रथयात्रा के तीसरे दिन पंचमी को लक्ष्मी जी भगवान जगन्नाथ को ढूँढ़ते यहाँ आती हैं। तब द्वैतापति दरवाज़ा बंद कर देते हैं जिससे लक्ष्मी जी नाराज़ होकर रथ का पहिया तोड़ देती है और हेरा गोहिरी साही  पुरी का एक मुहल्ला जहाँ लक्ष्मी जी का मन्दिर है, वहाँ लौट जाती हैं। बाद में भगवान जगन्नाथ लक्ष्मी जी को मनाने जाते हैं। उनसे क्षमा माँगकर और अनेक प्रकार के उपहार देकर उन्हें प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं। इस आयोजन में एक ओर द्वैताधिपति भगवान जगन्नाथ की भूमिका में संवाद बोलते हैं तो दूसरी ओर देवदासी लक्ष्मी जी की भूमिका में संवाद करती है। लोगों की अपार भीड़ इस मान-मनौव्वल के संवाद को सुनकर खुशी से झूम उठती हैं। सारा आकाश जै श्री जगन्नाथ के नारों से गूँज उठता है। लक्ष्मी जी को भगवान जगन्नाथ के द्वारा मना लिए जाने को विजय का प्रतीक मानकर इस दिन को विजयादशमी और वापसी को बोहतड़ी गोंचा कहा जाता है। रथयात्रा में पारम्परिक सद्भाव, सांस्कृतिक एकता और धार्मिक सहिष्णुता का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है।
👉श्री जगन्नाथ जी का महाप्रसाद

रथयात्रा में सबसे आगे ताल ध्वज पर श्री बलराम, उसके पीछे पद्म ध्वज रथ पर माता सुभद्रा व सुदर्शन चक्र और अन्त में गरुण ध्वज पर या नन्दीघोष नाम के रथ पर श्री जगन्नाथ जी सबसे पीछे चलते हैं। तालध्वज रथ ६५ फीट लंबा, ६५ फीट चौड़ा और ४५ फीट ऊँचा है। इसमें ७ फीट व्यास के १७ पहिये लगे हैं। बलभद्र जी का रथ तालध्वजऔर सुभद्रा जी का रथ को देवलन जगन्नाथ जी के रथ से कुछ छोटे हैं। सन्ध्या तक ये तीनों ही रथ मन्दिर में जा पहुँचते हैं। अगले दिन भगवान रथ से उतर कर मन्दिर में प्रवेश करते हैं और सात दिन वहीं रहते हैं। गुंडीचा मन्दिर में इन नौ दिनों में श्री जगन्नाथ जी के दर्शन को आड़प-दर्शन कहा जाता है। श्री जगन्नाथ जी के प्रसाद को महाप्रसाद माना जाता है जबकि अन्य तीर्थों के प्रसाद को सामान्यतः प्रसाद ही कहा जाता है। श्री जगन्नाथ जी के प्रसाद को महाप्रसाद का स्वरूप महाप्रभु बल्लभाचार्य जी के द्वारा मिला। कहते हैं कि महाप्रभु बल्लभाचार्य की निष्ठा की परीक्षा लेने के लिए उनके एकादशी व्रत के दिन पुरी पहुँचने पर मन्दिर में ही किसी ने प्रसाद दे दिया। महाप्रभु ने प्रसाद हाथ में लेकर स्तवन करते हुए दिन के बाद रात्रि भी बिता दी। अगले दिन द्वादशी को स्तवन की समाप्ति पर उस प्रसाद को ग्रहण किया और उस प्रसाद को महाप्रसाद का गौरव प्राप्त हुआ। नारियल, लाई, गजामूंग और मालपुआ का प्रसाद विशेष रूप से इस दिन मिलता है।
🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹🔹

श्रोत - विकीपीडिया एवं अन्य

By



<Tag जगन्नाथ , पुरी, ओडिशा, रथ, रथयात्रा,भगवान श्री जगन्नाथ,>


शुक्रवार, 5 जुलाई 2019

बजट 2019 । BUDGET 2019 । जानिए क्या हुआ सस्ता और क्या महंगा,आपकी जेब पर इतना पड़ेगा असर । क्या है ख़ास( MODI -2) के बजट में ?:


[बजट 2019] जानिए क्या हुआ सस्ता और क्या महंगा,आपकी जेब पर इतना पड़ेगा असर ।
क्या है ख़ास( MODI -2) के बजट में ?:-
******🔹******🔹🔹🔹🔹🔹*******🔹



पहली बार किसी महिला वित्त मंत्री (पूर्णकालिक) ने देश का आम बजट पेश किया।यहां बता दें कि पूरे विश्व मे वर्तमान में 16 महिला वित्तमंत्री हैं जिनमे भारत भी शामिल है । नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल (MODI -2 )का पहला बजट इस लिहाज से ऐतिहासिक रहा। बजट में की गई घोषणाओं के आधार पर देखा जाए तो इसमें जहां मिडिल क्‍लास को कोई विशेष रियायत नहीं दी गई वहीं अमीरों पर सरकार ने सरचार्ज लगा दिया। इसके अलावा कई ऐसी घोषणाएं की गई, जिसकी उम्मीद नहीं थी। बजट को लेकर शेयर बाजार की भी प्रतिक्रिया  निराशाजनक रही। हालांकि, इन सबके बावजूद ऐसी घोषणाएं बजट वर्ष 2019 में की गई, जो बेहद अहम हैं और आपके लिए जानना जरूरी है
केन्द्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमरण शुक्रवार को केन्द्रीय बजट पेश किया। इस बजट में पेट्रोल और डीजल पर एक रुपए एक्साइज ड्‍यूटी लगाने की घोषणा की गई। 

➡ वित्तमंत्री की घोषणा के चलते पेट्रोल और डीजल एक रुपए महंगे हो जाएंगे, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों पर जीएसटी की दर 12 से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई। इसके चलते इस तरह के वाहन सस्ते हो जाएंगे।

➡ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा भारत का कर्ज जीडीपी का 5 फीसदी से भी कम है. 1,2,5,10,20 रुपये के सिक्‍के जारी किए जाएंगे।

➡ सोने और बेशकीमती धातुओं पर सीमा शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दी गई है। जिसके बाद अब ये उत्पाद महंगे हो जाएंगे। देश में नहीं बनने वाले रक्षा उत्पाद सीमा शुल्क से मुक्त रहेंगे।

➡ 45 लाख रुपए तक के हाउसिंग लोन के ब्याज पर छूट 2 लाख से बढ़ाकर 3.5 लाख रुपए कर दी गई है। इससे मध्यम वर्ग को इनकम टैक्स में फायदा होगा। दूसरी ओर मध्यम वर्ग को आयकर में कोई छूट नहीं दी गई है। सरकार ने धनाढ्‍य वर्ग पर टैक्स बढ़ाने की घोषणा की है।
➡इसके साथ ही कॉरपोरेट टैक्स की दरों में कटौती की घोषणा की गई है। 400 करोड़ रुपये तक के रेवेन्यू वाले कंपनियों को अब 30 फीसदी के मुकाबले 25 फीसदी कॉरपोरेट टैक्स देना होगा।


➡ अमीरों पर टैक्स की मार, लेकिन मिडिल क्लास को भूले
हर बार की तरह इस बार भी मिडिल क्लास की नजर टैक्स स्लैब पर थी ।लेकिन वित्त मंत्री ने सैलरी क्लास को निराश किया ।
➡ नौकरीपेशा लोगों को इस बजट में कोई राहत नहीं दी गई है। सरकार ने आयकर स्लैब में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया है।

 ➡2 लाख हो या तीन लाख या चाहे 10 लाख की आय वाला व्यक्ति क्यों ना हो, किसी को भी राहत नहीं मिली है । टैक्स स्लैब में किसी तरह का चेंज नहीं है, लेकिन अमीरों पर इस बार टैक्स का भार बढ़ाया गया है । 

 ➡ जिनकी आय 2 करोड़ से 5 करोड़ के बीच है, उन पर 3 फीसदी का अतिरिक्त सेस लगाया जाएगा।

 ➡  5 करोड़ से अधिक की सालाना आय वालों पर 7  फीसदी का सेस ठोका गया है ।

➡ नकदी इस्तेमाल को हतोत्साहित करने के लिए सरकार ने अहम घोषणा की है। एक साल के भीतर एक करोड़ रुपये से अधिक की नकदी निकासी पर अब दो फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा।

जानें क्या हुआ सस्ता ???👉
क्या हुआ मंहगा ???👉
👇👇👇👇👇👇👇👇👇

➡ सस्ता : 
🔹🔹🔹🔹🔹
रक्षा उपकरण,

 चमड़े का सामान,

 इलेक्ट्रिक वाहन, 

45 लाख रुपए तक का घर।

➡ महंगा : 
🔹🔹🔹🔹🔹
सोना,
 सीसीटीवी, 
ऑटो पार्ट्‍स,
 मार्बल टाइल्स,
 पीवीसी, 
किताबें,
 पेट्रोल-डीजल,
 काजू, 
मेटल फिटिंग, 
सिंथेटिक रबर,
 डिजिटल वीडियो कैमरा।

📝ABHI D FAITH