रविवार, 24 फ़रवरी 2019

TGT ART प्रशिक्षित कला वर्ग विशेष

टीजीटी चित्रकला 2019
अतिमहत्वपूर्ण चित्र एवं उनके चित्रकार

घास का ढेर     :    क्लोद मोने
सूर्योदय के प्रभाव  :  क्लोद मोने
अंतिम भोज   :  लियोनार्डो द विंची
द लास्ट सपर  :  लियोनार्दो द विंसी
वीनस का जन्म  :    बोत्ति चेली
तीन संगीतज्ञ      :  पिकासो
चाँद को देखकर भौंकता हुआ कुत्ता :   जॉन मीरो
बाज का चित्र  : उस्ताद मंसूर

मेल्टिंग वाच :  सल्वाडोर डॉली
ग्रीन लोटस पोंड :  ए0 रामचन्द्रन
सर्कस  : दिनकर कौशिक
बैल         :       के0 एस0 कुलकर्णी
टोकरी लिये लड़की :       के0 एस0 कुलकर्णी
पनघट पर :       के0 एस0 कुलकर्णी
ग्राम्य जीवन के दृश्य :       के0 एस0 कुलकर्णी
कहानी वक्ता:       के0 एस0 कुलकर्णी
कार्यरत:       के0 एस0 कुलकर्णी
कबाड़ी :       के0 एस0 कुलकर्णी
खेत :       के0 एस0 कुलकर्णी
विलाप  : सतीश गुजराल
"मदर टेरेसा" सीरीज  :एम एफ हुसैन
"लैम्प और मकड़ी के बीच"  :एम एफ हुसैन(1958 में)
जमीन  : एम एफ हुसैन
दो स्त्रियों का संवाद  :  एम एफ हुसैन
दुपट्टों में तीन औरतें    :  एम एफ हुसैन
नीली रात  :एम एफ हुसैन
घोड़ा  :एम एफ हुसैन
सुंदर बादलों की पेंटिंग : जे0 कांस्टेबल
वाटर लिली (कुमुदनी के फूल)  : मोनेट (मोने)
"ताहितियनस" , पेंट किया   : पॉल गोगैन
घोड़े की नालबंदी   : धनराज भगत
पनघट की ओर :  रामगोपाल
सुबह का संगीत :   रामगोपाल
फ्लड   : रणबीर सिंह विष्ट
ईद का चांद :  शारदा चरण उकील

कच और देवयानी : अवनीन्द्र ठाकुर
निष्काषित यक्ष : अवनीन्द्र ठाकुर
बुद्ध का जन्म:  अवनीन्द्र ठाकुर
बुद्ध और सुजाता :  अवनीन्द्र ठाकुर
ताजमहल :  अवनीन्द्र ठाकुर
तिष्यरक्षिता :  अवनीन्द्र ठाकुर
प्रणय  दूत  :  अवनीन्द्र ठाकुर
सूर्यपूजक :  अवनीन्द्र ठाकुर
जमुना देवी :  अवनीन्द्र ठाकुर
शाहजहाँ के अंतिम दिन  :  अवनीन्द्र ठाकुर
ह्वेनसांग  :  अवनीन्द्र ठाकुर
जीवन संध्या :  अवनीन्द्र ठाकुर
गजासुर वध :  अवनीन्द्र ठाकुर
द स्कूल ऑफ एथेंस :   रैफेल
द बर्निंग जिराफ : सल्वाडोर डाली
द लास्ट जजमेंट  : माइकल एंजिलो
डिपार्चर ऑफ चैतन्य :   जी0 एन0 टैगोर
"काली" का प्रसिद्ध चित्र  : तैयब मेहता
"शांति" चित्र   : एफ0 एन0 सुजान
पोटैटो ईटर ( आलू भक्षी)  :  वानगो
लंचियन ग्रास (तृण पर भोजन):   मैनेट
जॉय ऑफ लाइफ (जीवन का आनंद) : हेनरी मैटिस
ययाति पेंटिंग की श्रंखला बनाई :   रामचन्द्र नायर

प्रथम भारतीय महिला चित्रकार : अम्रता शेरगिल
पहला पेन्टर जिसने तेल चित्रांकन प्रारम्भ किया : जॉन वोन आइक
सर्वप्रथम पद्मश्री मिला :  ख़ास्तगीर
ख़ास्तगीर की उपाधि मिली :  सुधीर रंजन को मुगलों द्वारा

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