यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 29 नवंबर 2019

KANYA SUMANGLA YOJNA। कन्या सुमंगला योजना । HOW TO APPLY । FULL DETAIL

KANYA SUMANGLA YOJNA कन्या सुमंगला योजना 

*************************************************



·         राज्य मे कन्या की स्वास्थ्य एवम शिक्षा की की स्थिति को सुधारना
·         राज्य मे कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना
·         राज्य मे समान लिंगानुपात स्थापित करना
·         बाल विवाह को रोकना
·         नवजात कन्या के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना



कन्या सुमंगला योजना ऑनलाइन आवेदन

     ·     इस योजना को उत्तर प्रदेश सरकार ध्वारा बेटियो के लिए लागू किया गया है।·         इस योजना का मुख्य आशय बेटियो को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।·         इस योजना का कुल बजट 1200 करोड़ रुपए है।·         इस योजना के तहत बेटियो का जन्म दर को बढ़ानासमाज मे पुरुष समान स्थान देनापढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित करनाबाल-विवाह को रोकना आदि जैसे आशय को पूरा करना है।·         इस योजना के तहत आवेदक दो बेटियो के तहत आवेदन कर सकता है।·         इस योजना का लाभ दोनों बेटियो को बराबर प्राप्त होगा।·         योजना का लाभ बेटी के जन्म से उसके स्नातक तक के अभ्यास तक प्राप्त होगा।·         योजना के तहत मिलने वाले लाभ आवेदन की तिथि से महीने के भीतर मे आवेदक के बैंक खाते मे जमाहोगे।·         इसके तहत भुगतान जूनसितम्बरदिसंबर व फरवरी माह मे होगे।·         इसके तहत मिलने वाली धनराशि Online रूप से सीधे लाभार्थी के बैंक खाते मे जमा होगी।·         इस योजना का लाभ लेने के लिए बैंक खाता राष्ट्रीयकृत बैंक मे होना अनिवार्य है।·         नाबालिग आवेदको के लिए मिलने वाला लाभ उसके माता पिता या अभिभावक के खाते मे जमा होगा।



·         राशन कार्ड
·         आधार कार्ड (माता-पिता अभिभावक का यदि उपलब्ध हो तो बालिका का) \ PAN कार्ड \ Voter ID \ Driving Licence \ Passport \ बैंक पासबूक
·         परिवार की वार्षिक आय के संबंध मे स्व-सत्यापन।
·         बालिका का नवीनतम फोटो।
·         शपथ पत्र 10 रुपए के स्टम्प पेपर पर।
·         बैंक पासबूक
·         आवेदक व बालिका का नवीनतम सयुंक्त फोटो
·         परिवार आई. डी. हेतु पहेले से पंजीकृत बालिका की कन्या सुमंगला पहचान पंजीकरण संख्या / रशीद (यदि लागू हो)
·         गोद लेने का प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)
·         मृत्यु प्रमाणपत्र (यदि लागू हो)


Online Registration for Kanya Sumangala Yojana
Online Registration के लिए आपको Website, CSC Centre, साइबर कैफे आदि के जरिये हो सकता है।
·         Online Registration के लिए आपको सबसे पहेले योजना की अधिकृत Website पर जाना होगा।
(अभी इस योजना की अधिकृत Website का निर्माण कार्य हो रहा हैजैसे ही यह हो जाता है हम आपको आगे की प्रक्रिया से अवगत करेंगे।)
Offline Apply
  • कन्या सुमंगला योजना में ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा
  • आप जैसे ही होम पर जायेंगे आपके सामने कन्या सुमंगला योजना का एक लिंक प्राप्त होगा, आपको इस लिंक पर क्लिक करना है, इसके बाद आपके सामने इसका आवेदन फॉर्म ओपन हो जायेगा
  • आपको आवेदन फॉर्म में पूछी गयी सभी सूचना को सही से भरना होगा,  सभी सूचनाए भरने के बाद आपको नीचे एक कैप्चा कोड को भरना है,  अब आपको सबमिट पर क्लिक करना है,  इस प्रकार आप इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है,  यह योजना 1 अप्रैल 2019 से शुरू की जाएगी इसके बाद आप आवेदन कर सकते है


·         सबसे पहेले आपको Kanya Sumangala Yojana Application Form प्राप्त करना होगा।
·         अब आपको Form को सही से भरना है और उसके साथ सभी जरूरी दस्तावेज़ को जोड़ना है।
·         याद रखे हर श्रेणी के लिए आपको हर बार अलग से आवेदन करना होगा।
·         अब प्राप्त सभी Offline आवेदनो को जिला परिवीक्षा अधिकारी ध्वारा Online अपलोड किया जाएगा। अब आगे की सारी प्रक्रिया Online रूप से होगी।
·         ध्यान दे डाक ध्वारा भेजे गए आवेदन मान्य नहीं होगे ।
·         आपको इसके तहत आवेदन करने के लिए जो भी श्रेणी लागू होती है उसके लिए आप आवेदन कर सकते है।
·         जब आप एक बार इस YOJNA के तहत आवेदन करते है तब आपको एक पहचान संख्या नंबर या Login ID मिलता हैउसे आवेदक को संभाल कर रखना होगा। क्योकि आगे के सभी आवेदन के लिए यह आपको काम आएगा।




श्रेणी 1 – नवजात बालिकाओ हेतु



·         इस श्रेणी के तहत 01-04-2019 या उसके बाद जन्मी बालिका के लिए ही आवेदन कर सकती है।
·         इसके तहत आवेदन बालिका की जन्म तिथि के माह के भीतर करना अनिवार्य है।
·         बालिका का जन्म प्रमाणपत्र अपलोड करना है।
·         संस्थागत प्रसव पंजीकरण का प्रमाणपत्र अपलोड करना है।
·         शपथ पत्र


श्रेणी 2 – टिकाकरण पूर्ण करने वाली बालिकाओ हेतु



·         टिकाकरण कार्ड अपलोड करना होगा।
·         शपथ पत्र अपलोड करना होगा।


श्रेणी 3 – कक्षा मे प्रवेश प्राप्त करने वाली बालिकाओ हेतु



·         प्रार्थना पत्र किसी सरकारीअनुदानित या मान्यता प्राप्त विधालय मे दाखिला लेने के बाद उसी वर्ष 31 जुलाई तक या विधालय मे दाखिले की अंतिम तिथि के 45 दिन के अंदर (जो भी बाद मे हो) तक जमा करना अनिवार्य है।
·         बालिका के कक्षा मे प्रवेश लेने संबंधी प्रमाणपत्र विधालय का U-DISE कोड या विधालय का कोड
·         शपथ पत्र अपलोड करना होगा।


श्रेणी 4 – कक्षा मे प्रवेश प्राप्त करने वाली बालिकाओ हेतु



·         प्रार्थना पत्र किसी सरकारीअनुदानित या मान्यता प्राप्त विधालय मे दाखिला लेने के बाद उसी वर्ष 31 जुलाई तक या विधालय मे दाखिले की अंतिम तिथि के 45 दिन के अंदर (जो भी बाद मे हो) तक जमा करना अनिवार्य है।
·         बालिका के कक्षा मे प्रवेश लेने संबंधी प्रमाणपत्र विधालय का U-DISE कोड या विधालय का कोड
·         शपथ पत्र अपलोड करना होगा।


·         प्रार्थना पत्र किसी सरकारीअनुदानित या मान्यता प्राप्त विधालय मे दाखिला लेने के बाद उसी वर्ष 30 सितम्बर तक या बोर्ड मे पंजीकरण की अंतिम तिथि के 45 दिन के अंदर (जो भी बाद मे हो) तक जमा करना अनिवार्य है।
·         बालिका के कक्षा मे प्रवेश लेने संबंधी प्रमाणपत्र विधालय का U-DISE कोड या विधालय का कोड
·         शपथ पत्र अपलोड करना होगा।


श्रेणी 6 – स्नातकडिग्री तथा दो साल के डिप्लोमा मे प्रवेश प्राप्त करने वाली बालिकाओ हेतु



·         प्रार्थना पत्र स्नातकडिग्री तथा दो साल के डिप्लोमा मे दाखिला लेने के बाद उसी वर्ष 30 सितम्बर तक या चालू सत्र मे पंजीकरण की अंतिम तिथि के 45 दिन के अंदर (जो भी बाद मे हो) तक जमा करना अनिवार्य है।
·         12वी कक्षा का प्रमाणपत्र
·         किसी महाविधालय विश्वविधालय अन्य शैक्षणिक संस्थान मे स्नातकडिग्री तथा दो साल के डिप्लोमा मे दाखिला लेने का प्रवेश शुल्क की रशीद तथा संस्थान का परिचय पत्र की छायाप्रति।
·         शपथ पत्र अपलोड करना होगा।



शपथ पत्र SHAPATH PATRA  :-

-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------


-----------------------------------------------------------------------------------------------------------------
APPLY LINK :-

यहाँ पर हमनें आपको कन्या सुमंगल योजना के विषय में जानकारी उपलब्ध करायी है, यदि इस जानकारी से सम्बन्धित आपके मन में किसी प्रकार का प्रश्न आ रहा है, अथवा इससे सम्बंधित अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो कमेंट बाक्स के माध्यम से पूँछ सकते है,  हम आपके द्वारा की गयी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतजार कर रहे है |



मंगलवार, 26 नवंबर 2019

खानवा का युद्ध/Battle of Khanwa 1527

खानवा का युद्ध - Battle of Khanwa 1527

पानीपत के बाद बाबर द्वारा भारत में लड़े गए युद्धों में सबसे महत्त्वपूर्ण खानवा का युद्ध था. जहाँ पानिपत के युद्ध ने बाबर को दिल्ली और आगरा का शासक बना दिया, वहीं खानवा के युद्ध (Battle of Khanwa) ने बाबर के प्रबलतम शत्रु राणा सांगा का अंत कर बाबर की विजयों को एक स्थायित्व प्रदान किया.

खानवा युद्ध के कारण:-

________________________

बाबर (Babar) और राणा सांगा के बीच युद्ध के अनेक कारण (causes) थे. इनमें से कुछ निम्नलिखित थे -
राणा सांगा (Rana Sanga) भी अफगानों की सत्ता समाप्त कर अपना राज्य स्थापित करना चाहता था. उसने अपनी शक्ति बहुत बढ़ा ली थी. उसके राज्य की सीमा आगरा के निकट तक पहुँच गई थी. बाबर को उससे किसी भी समय खतरा उत्पन्न हो सकता था.
राणा सांगा समझता था कि बाबर भी अन्य मध्य एशियाई लूटेरों की तरह लूट-पाट करके चला जायेगा. फिर उसके जाने के बाद वह दिल्ली पर अधिकार कर लेगा. परन्तु जब उसे अहसास हुआ कि बाबर दिल्ली छोड़कर कहीं नहीं जाने वाला तो वह सोच में पड़ गया.
सिन्धु-गंगा घाटी में बाबर के वर्चस्व ने सांगा के लिए खतरा बढ़ा दिया. उसने बाबर को देश से भगाने का निर्णय लिया.
इसी बीच जब बाबर ने अफगान विद्रोहियों को कुचलने का निर्णय लिया तब अनेक अफगान सरदार राणा सांगा के शरण में जा पहुँचे. इनमें प्रमुख थे इब्राहीम लोदी का भाई महमूद लोदी और मेवात का सूबेदार हसन खां मेवाती. इन लोगों ने राणा सांगा को बाबर के विरुद्ध युद्ध करने को उकसाया और अपनी सहायता का वचन भी दिया.
राणा सांगा बाबर द्वारा कालपी, बयाना, आगरा और धौलपुर पर अधिकार किए जाने से गुस्से में था क्योंकि वह इन क्षेत्रों को अपने साम्राज्य के अन्दर मानता था.


खानवा का युद्ध   :-


राणा सांगा ने बाबर पर आक्रमण करने के पहले ही अपनी स्थिति सुदृढ़ कर ली थी. उसकी सहायता के लिए हसन खां मेवाती, महमूद लोदी और अनेक राजपूत सरदार अपनी-अपनी सेना के साथ एकत्रित हो गए. वह हौसले के साथ एक विशाल सेना के साथ बयाना और आगरा पर अधिकार करने के लिए बढ़ा. बायाना के शासक ने बाबर से सहायता माँगी. बाबर ने ख्वाजा मेंहदी को मदद के रूप में भेजा पर राणा सांगा ने उसे परास्त कर बयाना पर अधिकार कर लिया. सीकरी के पास भी आरंभिक मुठभेड़ में मुग़ल सेना को पराजय का मुंह देखना पड़ा. लगातार मिल रही पराजय से मुग़ल सैनिक आतंकित हो गए. उनका मनोबल गिर गया.
अपनी सेना का मनोबल गिरते देखकर बाबर ने धैर्य से काम लिया. उसने 'जिहाद” की घोषणा की. उसने शराब न पीने की कसम खाई. उसने मुसलामानों पर से तमगा (एक प्रकार का सीमा कर) भी उठा लिया और अपनी सेना को कई तरह के प्रलोभन दिए . उसने अपने-अपने सैनिकों से निष्ठापूर्वक युद्ध करने और प्रतिष्ठा की सुरक्षा करने का वचन लिया. फलस्वरूप बाबर के सैनकों में उत्साह का संचार हुआ I
बाबर राणा सांगा का मुकाबला करने के लिए फतेहपुर सिकरी के निकट खानवा नामक जगह पर पहुँचा. राणा सांगा उसकी प्रतीक्षा में था. बाबर ने जिस चक्रव्यूह-रचना का प्रयोग पानीपत में किया था उसी रचना को खानवा में भी किया !
 16 मार्च, 1527 को खानवा के मैदान में दोनों सेनाओं की मुठभेड़ हुई. राजपूत वीरता से लड़े पर बाबर ने गोला-बारूद का जमकर इस्तेमाल कर राणा के सेना को पराजित कर दिया. राणा रणक्षेत्र से भाग निकला ताकि वह पुनः बाबर से युद्ध कर सके. पर कालांतर में उसके ही सामंतों ने उसे विष देकर मार डाला. बाबर के लिए यह एक बड़ी जीत थी!



युद्ध के परिणाम     :-
________________
                                 खानवा का युद्ध बाबर के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण इसलिए था कि क्योंकि उसने एक वीर शासक को हराया और यह बात पूरे भारत में फ़ैल गई. इस युद्ध ने उसे भारत में पाँव फैलाने का अवसर प्रदान किया.
इस युद्ध के बाद राजपूत-अफगानों का संयुक्त 'राष्ट्रीय मोर्चा” ख़त्म हो गया.
भारत में 'हिन्दू राज्य” राज्य स्थापित करने का सपना भंग हो गया.
खानवा युद्ध के बाद बाबर की शक्ति का आकर्षण केंद्र अब काबुल नहीं रहा, बल्कि आगरा-दिल्ली बन गया.

मंगलवार, 1 अक्तूबर 2019

मोहनदास करम चंद गांधी ।बापू के प्रेरक वचन ।150वीं जयंती विशेष


मोहनदास करमचन्द गांधी संछिप्त जीवन परिचय एवम प्रेरक वचन 



जन्म ➡2 अक्टूबर 1869 ई0
मृत्यु ➡ 30 जनवरी 1948 ई0

आज सम्पूर्ण भारत उनकी याद में 150वीं जयन्ती मना रहा है। जो एक ऐसी शख्शियत थे जिनको पूरी दुनिया प्यार व सम्मान आज भी देती है और उनके विचारों का अनुकरण करती है ।

मोहनदास करमचन्द गांधी

 इस महापुरुष का जन्म 2 अक्टूबर सन् 1869 को गुजरात में पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था। आपका पूरा नाम मोहनदास थे । इनके पिता कर्मचंद गांधी राजकोट के दीवान थे। माता पुतलीबाई धार्मिक स्वभाव वाली अत्यंत सरल महिला थी ।



मोहनदास करम चंद गांधी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन
के एक प्रमुख राजनैतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे।
 प्रति वर्ष उनके जन्मदिन 2 अक्टूबर  को भारत वर्ष  "गाँधी जयन्ती" के रूप में और पूरे विश्व में "अन्तर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस" के नाम से मनाया जाता है।
मोहनदास करम चंद गांधी हर व्यक्ति के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जिन्हें प्यार से हम 'बापू' कहते हैं, महान सोच वाले एक साधारण व्यक्ति थे । वे करोड़ों देशवासियों के जीवन में बदलाव लाना चाहते थे ।
कहते हैं कि इन्सान महान पैदा नहीं होता है, उसके विचार उसे महान बनाते हैं। विचार और काम की शुद्धता और सरलता ही महान लोगों को आम लोगों से अलग करती हैं । वे वही काम करते हैं, जो दूसरे करते हैं, लेकिन समाज में बदलाव लाना उनका मकसद होता है ।


यहां हम उनके कुछ प्रेरक वचन पेश कर रहे हैं, जो हमारी आंखें खोल सकते हैं
1➡ व्यक्ति अपने विचारों के सिवाय कुछ नहीं है। वह जो सोचता है, वह बन जाता है ।
2 ➡ कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है । क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है ।
3 ➡ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है । यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है ।
4 ➡ धैर्य का छोटा हिस्सा भी एक टन उपदेश से बेहतर है ।
5 ➡गौरव लक्ष्य पाने के लिए कोशिश करने में हैं, न कि लक्ष्य तक पहुंचने में ।
6➡ आप जो करते हैं वह नगण्य होगा ,लेकिन आपके लिए वह करना बहुत अहम है ।
7 ➡हम जो करते हैं और हम जो कर सकते हैं, इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादातर समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त होगा ।
8 ➡किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते है ।
9 ➡कोई कायर प्यार नहीं कर सकता है; यह तो बहादुर की निशानी है ।
10 ➡बापू ने कहा कि स्वास्थ्य ही असली संपत्ति है, न कि सोना और चांदी ।
11 ➡ किसी एक आदमी के कृत्य से किसी एक आदमी को खुशी पहुंचाना, प्रार्थना में हजारों सिरों के झुकने से बेहतर है।
12➡ मैं हिंसा को पसंद नहीं करता हैं क्योंकि भले ही इसको अच्छाई के लिए अपनाया गया हो लेकिन इसकी अच्छाई कम समय तक रहती है और बुराई हमेशा।
13➡ जहां प्रेम है, वहीं जीवन है।
14➡भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि आप आज क्या करते हैं।
15➡अगर गलती करने की आजादी न हो, तो ऐसी आजादी का कोई मतलब नहीं है।
16➡अगर मुझमें हास्य न होता, तो मैं कब का खुदकुशी कर चुका होता।
17➡पृथ्वी पर हर इंसान की जरूरतों को पूरा करने के लिए बहुत कुछ है लेकिन हर इंसान की लालच को पूरा करने के लिए नहीं।
18➡ पहले वो आपको नजरअंदाज करेंगे, फिर वो आप पर हंसेंगे, फिर वो आपसे लड़ेंगे और फिर आप जीत जाएंगे।


मंगलवार, 24 सितंबर 2019

क्या है मतलब howdy modi का?? । क्या हुआ खास इस कार्यक्रम में जानें











Howdy शब्द का मतलब है How do you do यानी आप कैसे हैं ? Howdy शब्द How do you do का छोटा रूप है । यह शब्‍द अब अमेरिकी समाज में प्रचलन से धीरे-धीरे बाहर होता जा रहा है । हालांकि अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में इस शब्द का प्रयोग आम बोलचाल की भाषा में किया जाता है ।
कौन है इस प्रोग्राम का आयोजक
Howdy Modi प्रोग्राम का आयोजन टेक्सास इंडिया फोरम कर रहा है । टेक्सास इंडिया फोरम एक गैर लाभकारी संगठन है जिसका काम भारत और अमेरिका के बीच सहयोग को बढ़ाना है । हाउडी मोदी प्रोग्राम 1,000 से अधिक वॉलिंटियर्स और 650 टेक्सास स्थित वेलकम पार्टनर ऑर्गनाइजेशन के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है ।
मोदी और ट्रम्प की यह इस साल तीसरी मुलाकात हुई । इससे पहले दोनों ने जापान में जून में जी20 शिखर सम्मेलन के इतर और फ्रांस में जुलाई में आयोजित जी7 (G7 )शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात की थी ।



प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रम्प को भारत आने का निमंत्रण दिया !
Howdy Modi ( हाऊडी मोदी ):-
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 सितंबर 2019 को अमेरिका स्थित ह्यूस्टन के NRG स्टेडियम से 50,000 भारतीय समुदाय के लोगों को Howdy Modi कार्यक्रम में संबोधित किया । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर और आर्थिक विकास जैसे कई मुद्दों पर चर्चा की । प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के निर्याणक हल की आवश्यकता पर बल दिया. इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को भारत आने का न्योता भी दिया ।
Howdy Modi  ह्यूस्टन में मेगा शो में अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने एक कविता भी सुनाई। पीएम मोदी ने कहा, यहां पूरी कविता सुनाने का तो समय नहीं है, लेकिन मैं मेरी लिखी एक कविता की दो लाइने आपको सुनाना चाहता हूं, 'वो जो मुश्किलों का अंबार है, वही तो मेरे हौसलों की मीनार है।' इस पर वहां उपस्थित लोगों ने जमकर तालियां बजाई। पीएम नरेंद्र मोदी ने कई भारतीय भाषाओं में 'हाउडी मोदी' का जवाब दिया। पीएम ने कहा कि भारत में सब अच्छा है। पीएम और राष्ट्रपति ने कई जरूरी मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी।
भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटाने के बाद शांति बहाली के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों का भी उल्लेख किया. इसके अतिरिक्त उन्होंने भारत सरकार द्वारा चलाई जा रहीं विभिन्न योजनाओं के बारे में भी बात भी की।
आतंकवाद के खिलाफ वचनबद्ध:-
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को निर्णायक रूप दिया जाना चाहिए. प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि आतंक को पालने वाले देशों को अब संभल जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आतंकवाद की समस्या को लेकर भारत अब निर्णायक लड़ाई की तरफ बढ़ रहा है और बहुत जल्द इस चुनौती पर विजय प्राप्त कर लेगा. पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने के लिए अमेरिका और इज़राइल की तारीफ की.
5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के बारे में:-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन इकॉनमी बनाने के प्रयासों के बारे में भी लोगों को बताया. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती के बारे में बोलते हुए कहा कि तमाम अनिश्चितताओं के बाद भी भारत की औसतन वृद्धि दर रेट 7.3 प्रतिशत रही है ।
अनुच्छेद 370 के बारे में:-
स्टेडियम में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक भी भारतीय विकास की राह से न छूटे इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है । उन्होंने अनुच्छेद 370 की समाप्ति पर बोलते हुए कहा कि  70 साल से चले आ रहे इस अनुच्छेद को समाप्त करके जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों को विकास और समान अधिकारों से रूबरू कराया गया है.
डिजिटलाईजेशन के बारे में:-
प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटलाईजेशन पर बल देते हुए कहा कि मौजूदा समय में केंद्र सरकार की दस हज़ार से भी अधिक सेवायें ऑनलाइन उपलब्ध हैं. उन्होंने इस पहल का लाभ बताते हुए कहा कि डिजिटल होने से एक दिन में लगभग 50 लाख लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न भरा जो पहले दो महीने में होता था. साथ ही उन्होंने पासपोर्ट सेवाओं के ऑनलाइन होने के लाभ भी गिनाये।
ट्रंप को भारत आने का न्योता:-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के अंत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तारीफ़ करते हुए उन्हें कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया तथा उन्हें सपरिवार भारत आने का निमंत्रण भी दिया ।
▰▱▰▱▰▱▰▱▰▱
THANKS ।
Source
#ELECTRONIC #MEDIA

DO YOU KNOW BENIFITS OF GREEN COFFEE ☕??Wait loose with Green cofee.Green cofee ke fayde

  DO YOU KNOW BENIFITS OF GREEN COFFEE ☕?? Green coffee is coffee that has not been roasted, and it has gained popularity in recent years du...