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रविवार, 19 मई 2024

गर्मी व लू थकावट, हीटस्ट्रोक, निर्जलीकरण से बचने के लिए आवश्यक उपाय एवम् सावधानियां। बचाव उपाय ।


गर्मियां आते ही तापमान बढ़ना शुरू हो जाता है और खुद को गर्मी से बचाने के लिए आवश्यक सावधानी बरतना महत्वपूर्ण हो जाता है।  उच्च तापमान और गर्म हवा कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है जैसे गर्मी का थकावट, हीटस्ट्रोक, निर्जलीकरण और बहुत कुछ


गर्मी से बचने के उपाय



  इस लेख में, हम उन कुछ सावधानियों के बारे में चर्चा करेंगे, जिनका पालन करके आप गर्मी के महीनों में इन समस्याओं से बच सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं। 


  गर्मी व लू  थकावट, हीटस्ट्रोक, निर्जलीकरण से बचने के लिए आवश्यक उपाय एवम् सावधानियां। बचाव उपाय । नीचे दिए गए हैं जिनका आप पालन कर सकते हैं :-



 हाइड्रेटेड रहना




 गर्मी से संबंधित बीमारियों से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीना सबसे महत्वपूर्ण कदम है।  जब तापमान बढ़ता है, तो आपके शरीर से अधिक पसीना निकलता है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है।  निर्जलीकरण से थकान, सिरदर्द और चक्कर आ सकते हैं, और गंभीर मामलों में, यह गर्मी की थकावट या हीटस्ट्रोक का कारण भी बन सकता है।

 इसलिए, बहुत सारा पानी पीना महत्वपूर्ण है, भले ही आपको प्यास न लगे।  मादक और मीठे पेय से बचने की कोशिश करें, क्योंकि वे आपको और भी अधिक निर्जलित कर सकते हैं।  इसके बजाय, हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी, नारियल पानी या ताजे फलों के रस का चुनाव करें।







 गहरे रंग के कपड़ों से बचें क्योंकि वे गर्मी को अवशोषित करते हैं और आपको और भी गर्म महसूस कराते हैं।  इसके बजाय, हल्के रंग के कपड़े चुनें जो सूरज की रोशनी को प्रतिबिंबित करें और आपको ठंडा रखें।

 पीक हीट ऑवर्स के दौरान घर के अंदर रहें

 दोपहर के समय सूरज की किरणें सबसे तेज़ होती हैं, इसलिए इस दौरान बाहरी गतिविधियों से बचना सबसे अच्छा है।  यदि आपको बाहर जाना ही है, तो अपनी गतिविधियों को सुबह या शाम को ठंडा होने पर ही शेड्यूल करने का प्रयास करें।  जब आप घर के अंदर हों, तो हवा को प्रसारित करने के लिए एयर कंडीशनिंग या पंखे का उपयोग करें।

 अपने त्वचा की रक्षा करें

 सूरज की पराबैंगनी (यूवी) किरणें सनबर्न, त्वचा को नुकसान और यहां तक ​​कि त्वचा कैंसर का कारण बन सकती हैं।  अपनी त्वचा की सुरक्षा के लिए, कम से कम 30 एसपीएफ वाले सनस्क्रीन का उपयोग करें, CAP और धूप का चश्मा पहनें और जब आप बाहर हों तो छाया की तलाश करें।  यदि संभव हो तो, सूरज के संपर्क में आने को कम करने के लिए दिन के सबसे गर्म हिस्से के दौरान घर के अंदर रहने की कोशिश करें।

 बार-बार ब्रेक लें


 यदि आप काम कर रहे हैं या बाहर व्यायाम कर रहे हैं, तो आराम करने और ठंडक पाने के लिए बार-बार ब्रेक लें।  छाया में या घर के अंदर ब्रेक लें, और अपने ब्रेक के दौरान खूब पानी पिएं।  अगर आपको चक्कर आ रहा है, चक्कर आ रहा है, या मिचली आ रही है, तो अपनी गतिविधि तुरंत बंद कर दें और किसी ठंडी जगह पर आराम करें।

 निष्कर्ष

 अंत में, स्वस्थ रहने और गर्मी से संबंधित बीमारियों से बचने के लिए गर्म मौसम और गर्म हवा के दौरान सावधानी बरतना आवश्यक है।  हाइड्रेटेड रहें, हल्के कपड़े पहनें, चरम गर्मी के घंटों के दौरान घर के अंदर रहें, अपनी त्वचा की रक्षा करें और यदि आप बाहर काम कर रहे हैं या व्यायाम कर रहे हैं तो बार-बार ब्रेक लें।  इन सरल सावधानियों का पालन करके आप  गर्मी व लू  थकावट, हीटस्ट्रोक, निर्जलीकरण से बचने के लिए आवश्यक उपायों का प्रयोग करके अपने स्वास्थ्य से समझौता किए बिना गर्मी के महीनों का आनंद उठा सकते हैं।

As summer approaches, temperatures start to rise, and it becomes crucial to take necessary precautions to protect yourself from the heat. High temperatures and warm air can cause several health problems such as heat exhaustion, heatstroke, dehydration, and more. In this article, we'll discuss some of the precautions that you can take to avoid these issues and stay healthy during the hot summer months.

Stay Hydrated

Drinking plenty of fluids is the most crucial step to avoid heat-related illnesses. When the temperature rises, your body sweats more, which can lead to dehydration. Dehydration can cause fatigue, headaches, and dizziness, and in severe cases, it can also lead to heat exhaustion or heatstroke.

So, it's important to drink plenty of water, even if you don't feel thirsty. Try to avoid alcoholic and sugary drinks, as they can dehydrate you even more. Instead, opt for water, coconut water, or fresh fruit juice to stay hydrated.

Wear Lightweight Clothes

When it's hot outside, you want to wear clothes that are comfortable and breathable. Choose lightweight and loose-fitting clothing made of natural fibers like cotton, linen, or rayon. These materials allow air to circulate, keeping you cool and comfortable.

Avoid dark-colored clothing as they absorb heat and make you feel even hotter. Instead, choose light-colored clothes that reflect sunlight and keep you cool.

Stay Indoors During Peak Heat Hours

The sun's rays are strongest during midday, so it's best to avoid outdoor activities during this time. If you must be outside, try to schedule your activities in the morning or evening when it's cooler. When you're indoors, use air conditioning or fans to keep the air circulating.

Protect Your Skin

The sun's ultraviolet (UV) rays can cause sunburn, skin damage, and even skin cancer. To protect your skin, use sunscreen with an SPF of at least 30, wear a hat and sunglasses, and seek shade when you're outside. If possible, try to stay indoors during the hottest part of the day to reduce your exposure to the sun.

Take Frequent Breaks

If you're working or exercising outside, take frequent breaks to rest and cool down. Take breaks in the shade or indoors, and drink plenty of water during your breaks. If you feel dizzy, lightheaded, or nauseous, stop your activity immediately and rest in a cool place.

Conclusion

In conclusion, taking precautions during hot weather and warm air is essential to staying healthy and avoiding heat-related illnesses. Stay hydrated, wear lightweight clothes, stay indoors during peak heat hours, protect your skin, and take frequent breaks if you're working or exercising outside. By following these simple precautions, you can enjoy the summer months without compromising your health.



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शुक्रवार, 19 अप्रैल 2024

UP BOARD 2024 RESULT ANNOUNCED 2024 । अपना रिजल्ट यहां देखें ।

UP BOARD 2024 RESULT ANNOUNCED
@20th। April 2024

यूपी बोर्ड के हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट बोर्ड एग्जाम के  रिजल्ट  (up board result 2024) का इंतजार कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए खुशखबरी है। माध्यमिक शिक्षा परिषद्, उत्तर प्रदेश, प्रयागराज (UPMSP) की ओर से बोर्ड अध्यक्ष की अध्यक्षता में यूपी बोर्ड कक्षा 10वीं एवं कक्षा 12वीं रिजल्ट आज दोपहर जारी कर दिए गये हैं।

 रिजल्ट प्रेस कॉन्फ्रेंस में जारी होने के बाद डायरेक्ट लिंक ऑफिशियल वेबसाइट पर एक्टिव हो गया है। इसके बाद आप रोल नंबर दर्ज करके अपने नतीजे चेक करने के साथ ही मार्कशीट की प्रति डाउनलोड कर सकते हैं।

 बोर्ड रिजल्ट जारी होने के साथ ही ये डाटा भी जारी कर दिया गया है कि इंटरमीडिएट 2024 में लड़कियों का परिणाम 88.42 प्रतिशत दर्ज किया गया है और वहीं लड़कों का रिजल्ट 77.78 प्रतिशत  रहा है।

UP BOARD RESULT 2024


BELOW LINK 👇👇👇👇



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UP BOARD 2024 RESULT ANNOUNCED
@20th। April 2024


UP BOARD 2024 RESULT ANNOUNCED  2024




मंगलवार, 22 अगस्त 2023

चंद्रयान -3 मिशन । चंद्रयान- 3 लहराएगा तिरंगा चांद पर । चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें ।

 


भारत के चंद्रयान -3 का चांद पर उतरना एक यादगार मौका है जो न केवल भारतीयों की जिज्ञासा को बढ़ाएगा बल्कि युवाओं के मन में अन्वेषण के लिए एक जुनून भी जगाएगा। आप लोग इस ब्लॉग में इस महत्त्वपूर्ण अविस्मरणीय पल का सीधा प्रसारण देख सकते हैं ।

इतिहास रच दिया भारत ने ..... 


चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें


चंद्रयान -3 मिशन । चंद्रयान- 3 लहराएगा तिरंगा चांद पर । चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें ।


चंद्रयान -3 चांद पर खोजबीन करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन  ISRO (इसरो) द्वारा तैयार किया गया तीसरा चंद्र मिशन है। इसमें चंद्रयान -2   के जैसा ही एक लैंडर एवं एक रोवर है, लेकिन इसमें कोई ऑर्बिटर नहीं है।

ये मिशन चंद्रयान -2 की अगली कड़ी है, क्योंकि पिछला चंद्रयान -2  मिशन सफलता पूर्वक चांद की कक्षा में प्रवेश करने के बाद अपने अंतिम समय में मार्गदर्शन SOFTWARE में तकनीकी खराबी के कारण सॉफ्ट लैंडिंग के प्रयास में विफल हो गया था, सॉफ्ट लैन्डिंग( SOFT  LANDING) का पुनः सफल प्रयास करने हेतु इस नए चंद्र मिशन को प्रस्तावित किया गया था। 


चंद्रयान -3 मिशन । चंद्रयान- 3 लहराएगा तिरंगा चांद पर । चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें ।


चंद्रयान -3 का लॉन्च सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र शार ( श्रीहरिकोटा) से 14 जुलाई, 2023 शुक्रवार को भारतीय समयानुसार  दोपहर 2:35 बजे हुआ था। चंद्रयान -3 , चंद्रमा की सतह पर 23 अगस्त 2023 को भारतीय समयानुसार लगभग सायं 05:27 बजे लैंड करेगा। ।।

चंद्रयान -3 की लैंडिंग को देश व प्रदेश के सभी लोग यूट्यूब चैनल पर सीधे प्रसारण (LIVE STREAMING) के माध्यम से देखेंगे। ।।

चंद्रयान -3 का सीधा प्रसारण देखें


चंद्रयान -3 सफल अब चांद पर लहराएगा तिरंगा 


चंद्रयान -3 मिशन । चंद्रयान- 3 लहराएगा तिरंगा चांद पर । चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें ।





चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें

भारत की अंतरिक्ष अन्वेषण की खोज चंद्रयान -3 मिशन के साथ ही एक उल्लेखनीय मील के पत्थर तक पहुंच गई है जो कि चंद्रमा पर उतरने के लिए तैयार है। यह भारतीय विज्ञान, इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और उद्योग के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है।

बताया गया है कि 23 अगस्त को शाम 5:27 बजे चंद्रयान-3 का चंद्रमा पर उतरने की प्रक्रिया का सीधा प्रसारण LIVE, ISRO से आप यहां देख सकते हैं  अथवा  ISRO का आधिकारिक YouTube Channel और DD National पर भी इसका ब्रॉडकास्ट किया जाएगा।

चंद्रयान -3 का सीधा प्रसारण देखें

चंद्रयान -3 मिशन ।  चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें ।

चंद्रयान-3 मिशन का सीधा प्रसारण देखने के लिए 23 अगस्त को शाम 5:15 से 6:15 तक नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें
👉👉👉👉👉👉👉

चंद्रयान -3 का सीधा प्रसारण देखें

चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें

चंद्रयान -3 का LIVE STREAMING देखें


यहां देखें ....

Live Lounching CHANDRAYAN - 3


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गुरुवार, 6 जुलाई 2023

क्या है यूनिफॉर्म सिविल कोड ??क्या हैं इसके फायदे ? क्यों यह सामाजिक ढांचे के लिए जरूरी है?

 क्या है यूनिफॉर्म सिविल कोड ??क्या हैं इसके फायदे ? क्यों यह सामाजिक ढांचे के लिए जरूरी है?



यूनिफॉर्म सिविल कोड के मामले में भारत के PM  के हालिया बयान के बाद बहस तेज हो चुकी है। लेकिन यह मुद्दा कानून या संविधान के स्तर पर  कोई नया विषय नहीं है।

क्या है यूनिफॉर्म सिविल कोड ??क्या हैं इसके फायदे ? क्यों यह सामाजिक ढांचे के लिए जरूरी है?



भारत में जाति और धर्म के आधार पर अलग-अलग कानून और मैरिज एक्ट हैं। इसके कारण सामाजिक ढ़ांचा बिगड़ा हुआ है। यही कारण है कि देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड की मांग उठती रही है जो सभी जाति, धर्म, वर्ग और संप्रदाय को एक ही सिस्टम में लेकर आए। 
हालांकि, अभी तक भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने के लिए कोई आपातकालीन निर्णय नहीं लिया गया है। विवादों और सामाजिक विभाजन के कारण, यह एक विषय है जिस पर राष्ट्रीय स्तर पर विवाद चल रहा है और संविधानिक सुधार की आवश्यकता को लेकर विभिन्न धार्मिक और सामाजिक समुदायों के बीच अलगाव है। वैवाहिक, धर्मिक और विरासत संबंधित मामलों में, भारतीय कानून धर्मशास्त्र और श्राद्ध प्रथाओं पर आधारित होता है जो अलग-अलग धर्मीय समुदायों के लिए अलग-अलग होते हैं।

भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड  (समान नागरिक संहिता) को लागू करने के लिए क्यों आ रही हैं समस्याएं जानें 👉

भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने के लिए कई समस्याएं उठाई जा रही हैं, जो इसको लागू होने से  रोक रही हैं। यहां कुछ प्रमुख समस्याएं बताई जा रहीं हैं:👉

☑️ धार्मिक समानता: भारत धर्मनिरपेक्षता का देश है, और यहां धर्म और संस्कृति का गहरा संबंध है। यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने से कुछ धर्मिक और सांस्कृतिक समुदायों की भावनाओं और आचार-अनुष्ठानों को खतरे में डाल सकती है, जिसके कारण धार्मिक समानता के मुद्दे उठ रहे हैं ।

☑️ सांस्कृतिक विविधता: भारत में अनेक सांस्कृतिक समुदाय हैं जो अपनी अलग-अलग संस्कृति, भाषा और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध हैं। यूनिफॉर्म सिविल कोड के अनुपालन में, यह सांस्कृतिक विविधता को ध्वंस कर सकती है और अलग-अलग समुदायों की आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर सकती है।ये भी एक समस्या हो सकती है।

☑️ विरोध और समर्थन: यूनिफॉर्म सिविल कोड के लागू होने पर समाज में विभाजन का आशंका है। इसके समर्थन कर्ता व विपक्षी समुदायों के बीच में इस विषय पर विवाद है। विशेष रूप से धार्मिक संगठन और राजनैतिक दल यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर अलग-अलग मत रखते हैं। जिसके कारण, इसके लागू होने के लिए समाज का विरोध देखा जा रहा है।

☑️ संविधानिक प्रक्रिया: यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने के लिए संविधानिक संशोधन की आवश्यकता होगी। संविधानिक संशोधन प्रक्रिया लंबी और विवादास्पद हो सकती है, जिसमें संविधानिक सदन की सहमति और राज्य सभाओं की अनुमति भी आवश्यक होगी।

इन मुख्य समस्याओं के कारण, यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने की प्रक्रिया भारत में विवादों और चर्चाओं के बीच अटकी हुई है। सरकार को इस मुद्दे पर विशेष सावधानी बरतनी पड़ती है, क्योंकि इसके संबंध में सामरिक, संविधानिक और सामाजिक प्रश्नों का सामना करना पड़ता है।


क्या है यूनिफॉर्म सिविल कोड या समान नागरिक संहिता ?

क्या है यूनिफॉर्म सिविल कोड ??क्या हैं इसके फायदे ? क्यों यह सामाजिक ढांचे के लिए जरूरी है?


यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) एक कानूनी प्रणाली है जो एक देश में सभी नागरिकों के लिए एक सामान ( एक देश एक कानून) नागरिक नियमों, विवाह, विवादों, संपत्ति, विरासत, तलाक आदि के मामलों में एक समान नियमानुसारीता की प्रदान करती है। इसका उद्देश्य नागरिकों को धार्मिक या सांस्कृतिक भेदभाव से मुक्ति, सामान्यता, और समानता के साथ नियमितता की प्राप्ति कराना है।

भारत में, यूनिफॉर्म सिविल कोड का प्रावधान भारतीय संविधान के तहत किया जा रहा है। भारतीय संविधान में धारा 44 इसे संविधानिक रूप से प्रावधानित करती है, जो राष्ट्रीय स्तर पर सामान्य सिविल कोड का संचालन करने का आदेश देती है। इसका उद्देश्य समग्र भारतीय सामाजिक समानता और सामान नागरिक अधिकारों की सुरक्षा की प्राप्ति है।

यूनिफॉर्म सिविल कोड के लागू होने से, इसका मतलब होगा कि सभी नागरिकों के लिए समान नियमों की प्राथमिकता होगी, और धर्म और संस्कृति से अभिप्रेत नियमों को लागू करने की आवश्यकता कम होगी। इससे सामाजिक और न्यायिक तंत्र को समर्पित, सुविधाजनक और समान बनाने का प्रयास होगा।


यूनिफॉर्म सिविल कोड का अंतिम रूप और इसके लागू होने की विधि भारतीय संविधान की संशोधन प्रक्रिया के माध्यम से निर्धारित होगी। इसमें संविधानिक संसदीय समिति की राय, विशेष संदर्भ और न्यायालयों के निर्णयों का महत्वपूर्ण योगदान होगा।

यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) भारत में लागू होने पर क्या बदलाव होंगे ??


यूनिफॉर्म सिविल कोड के भारत में लागू होने पर कई बदलाव हो सकते हैं। यहां कुछ मुख्य बदलावों की संभावित सूची है:

1= विवाह और तलाक: यूनिफॉर्म सिविल कोड के अंतर्गत, विवाह और तलाक के नियम एक सामान्य नियमानुसारीता पर आधारित होंगे। इससे सभी नागरिकों के लिए समान विवाह और तलाक के अधिकार और जिम्मेदारियाँ सुनिश्चित होंगी।

2=संपत्ति और विरासत: यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने पर, संपत्ति के वितरण और विरासत में समानता होगी। इससे धर्म और जाति के आधार पर विरासत में भेदभाव कम होगा और संपत्ति के नियम सभी के लिए समान होंगे।

3=सामाजिक न्याय: यूनिफॉर्म सिविल कोड के अंतर्गत, सामाजिक न्याय और न्यायिक प्रक्रियाएं सुविधाजनक और समान होंगी। धार्मिक या सांस्कृतिक मानदंडों पर आधारित न्याय प्रणाली को कम होगा और सभी नागरिकों को समान न्याय मिलेगा।

4=महिला सुरक्षा और अधिकार: यूनिफॉर्म सिविल कोड के लागू होने से, महिलाओं को और अधिक सुरक्षा और अधिकार मिलेंगे। इसके तहत, स्त्री शिक्षा, निकासी और पुनर्वास के नियम समान होंगे। यह महिलाओं को समानता, स्वतंत्रता और सुरक्षा की प्राप्ति में मदद करेगा।

5= सामाजिक सुधार: यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने पर, सामाजिक सुधार की प्रक्रिया गति पाएगी। इसके अंतर्गत, जाति और धर्म से मुक्त नियमानुसारीता नवीनीकरण होगा और सामाजिक बदलाव को बढ़ावा मिलेगा।

अंत में यही कहना चाहेंगे कि सभी बदलाव समान नागरिक नियमों की प्राथमिकता, सामान्यता और समानता की प्राप्ति को सुनिश्चित करने के लिए होंगे। यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने पर भारतीय समाज में एकता, इंसानी अधिकारों का प्रभावी संरक्षण और समान नागरिकता की दृष्टि से सुधार होगा।




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क्यों यह सामाजिक ढांचे के लिए जरूरी है?

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शनिवार, 24 जून 2023

क्या है वेगनर ग्रुप ?जिसने रूस में कर दी तख्ता पलट करने की तैयारी । जानिए ..

 

रूस को इस वक्त बहुत बड़ा झटका लगा है क्योंकि देश में गृहयुद्ध की स्थिति पैदा हो गई है ।


क्या है वेगनर ग्रुप ?जिसने रूस में कर दी तख्ता पलट करने की तैयारी । जानिए ..



इस समूह को रूस की निजी सैन्य कंपनी के तौर पर जाना जाता है। पिछले साल युद्ध शुरू होने के बाद रूस की तरफ से इस ग्रुप को यूक्रेन के राष्ट्रपति को ही निशाना बनाने की सुपारी दी गई थी। बताया गया था कि रूस ने किराए पर काम करने वाले हत्यारों के समूह- वैगनर ग्रुप को जेलेंस्की की हत्या का जिम्मा सौंपा था।
देश की जो प्राइवेट आर्मी (Russian Wagner Group) के तौर पर काम करने वाले वैगनर ग्रुप ने अपने ही देश के खिलाफ विद्रोह शुरू कर दिया है । इसी बीच राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ( Vladimir Putin) ने कसम खाई है कि पीठ में छुरा भोंकने वालों को बख्‍शा नहीं जाएगा। 

यहां बता दें कि वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवेगनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) ने चेतावनी दी है कि वे अपना बदला लेकर रहेंगे । इसी बीच रुसी अधिकारियों ने राजधानी सहित देश के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा और  कड़ी कर दी है ।


जानिए क्‍या है यह वैगनर ग्रुप जिसने पुतिन के सामने उनके जीवन की सबसे मुश्किल घड़ी पैदा कर दी है।

क्या है वेगनर ग्रुप ?जिसने रूस में कर दी तख्ता पलट करने की तैयारी । जानिए ..



कैसे पड़ा वैगनर नाम ??
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समूह में रूस की विशिष्ट रेजीमेंट्स और विशेष बलों के लगभग 5,000 लड़ाके हैं। जनवरी महीने में, यूके के रक्षा मंत्रालय ने यह बताया कि वैगनर समूह में अब यूक्रेन में 50,000 के लगभग लड़ाके शामिल हैं। प्रिगोझिन की अगुवाई वाले वैगनर का नाम उसके पहले कमांडर, दिमित्री उत्किन के नाम पर पड़ा। वह रूस की सेना के विशेष बलों के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल थे और वैगनर उनका निकनेम था। जल्‍द ही वैगनर ने क्रूर और बेरहम संगठन के तौर पर अपनी इमेज (IMAGE )कायम कर ली। पश्चिमी देशों और संयुक्त राष्‍ट्र (UN) के विशेषज्ञों ने वैगनर के सैनिकों पर मध्य अफ्रीकी गणराज्य,माली  और लीबिया सहित पूरे अफ्रीका में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया है।



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रूसी वेगनर ग्रुप क्या है ? कैसे काम करता है जानिए :-


रूसी वेगनर ग्रुप (Russian Wagner Group) एक निजी मिलिटरी कंपनी है जिसे रूसी वायुसेना के अधिकारियों के द्वारा समर्थित किया जाता है। इस कंपनी का मुख्यालय रूस में स्थित है और यह विशेष रूप से नगरोद्नोये, संयुक्त राष्ट्र में संघटित दण्डसेना के साथ युद्ध करने और सुरक्षा सेवाओं के लिए भर्ती किया जाता है।



क्या होता है रेलवे कवच जानिए? 



वैगनर ग्रुप आधिकारिक तौर पर पीएमसी वैगनर के रूप में जाना जाता है ।  ये एक रुसी अर्धसैनिक संगठन है जिसपर देश का कोई भी कानून और नियम लागू नहीं होता । इसे देश की एक प्राइवेट आर्मी के तौर पर देख सकते हैं । इस संगठन को साल 2014 में यूक्रेन से संघर्ष के दौरान पहचान मिली । उस दौर में इसे एक खुफिया सैनिक समूह के रूप में जाना जाता था जो अधिकांश अफ्रीका और मध्य पूर्व में अधिक सक्रीय थे ।




वेगनर ग्रुप को दर्जनों देशों में व्यापार गतिविधियों के लिए जाना जाता है, जिसमें माइनिंग, गैस उत्खनन, निर्माण, औद्योगिक सुरक्षा और रक्षा शामिल हैं। इसके अलावा, वेगनर ग्रुप अन्य देशों में भी सुरक्षा संबंधित सेवाएं प्रदान करती है, जैसे कि निजी सुरक्षा, नियंत्रण कक्ष, परिवहन और अन्य सुरक्षा संबंधित सेवाएं।

हालांकि, वेगनर ग्रुप की गतिविधियों पर रूस सरकार ने स्पष्ट रूप से अपनी जिम्मेदारी या संलग्नता को अस्वीकार किया है और कहा है कि यह एक निजी कंपनी है और उससे मेरी किसी भी प्रकार की युद्ध कार्रवाई संबंधित नहीं हैं। तथापि, वेगनर ग्रुप की गतिविधियों के बारे में कई रिपोर्ट्स और विवाद हैं जो इसे समर्थित रूसी सैन्य अभियांत्रिकी और असामान्य सैन्य कार्रवाई से जोड़ते हैं।





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